राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि, बीजेपी को केंद्र में टिकने के लिए संघर्ष करना होगा. इन चुनाव में मोदी की विचारधारा और उनकी छवि नष्ट हो गई है. बीजेपी का बुनियादी ढांचा चरमरा गया है. राहुल गांधी ने कहा कि, उन्होंने भारतीय राजनीति में एक "विवर्तनिक बदलाव" किया है और दावा किया कि पीएम नरेंद्र मोदी की गठबंधन सरकार को आगे बढ़ने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे को भारतीय राजनीति में एक "विवर्तनिक बदलाव" बताया है और दावा किया है कि बहुमत हासिल करने में विफल रहने के बाद मोदी सरकार केंद्र में बने रहने के लिए संघर्ष करनी पड़ेगी.
यूके के फाइनेंशियल टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में, राहुल गांधी ने कहा, “भारतीय राजनीतिक व्यवस्था में जगह खुल गई है. भारतीय राजनीति में एक बड़ा बदलाव आया है. संख्याएँ ऐसी हैं कि वे बहुत नाजुक हैं, और छोटी सी गड़बड़ी सरकार गिरा सकती है.”
2024 के लोकसभा चुनावों में, विपक्षी भारतीय गुट ने उत्तर प्रदेश जैसे मजबूत प्रदर्शन के दम पर 543 में से 234 सीटें जीतकर उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. कांग्रेस ने भी 99 सीटें हासिल कर 15 साल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 293 सीटें जीतीं और तीसरा कार्यकाल हासिल किया, लेकिन 240 सीटों के साथ भगवा पार्टी बहुमत हासिल करने में विफल रही.
ऐसे में राहुल गांधी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खेमे में ''बहुत असंतोष'' है और संभावित दलबदल का संकेत दिया. उन्होंने कहा, ''ऐसे लोग हैं जो इसके अंदर से हमारे संपर्क में हैं.'' उन्होंने कहा, ''मूल रूप से, एक सहयोगी को दूसरी तरफ मुड़ना होगा.''
गांधी परिवार ने 2024 के चुनाव परिणामों को भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ जनादेश बताया। उन्होंने कहा, "यह विचार कि आप नफरत फैला सकते हैं, आप गुस्सा फैला सकते हैं और आप उसका लाभ उठा सकते हैं - भारतीय लोगों ने इस चुनाव में इसे खारिज कर दिया है."
बता दें कि, चुनाव प्रचार के दौरान, पीएम मोदी ने मुस्लिम समुदाय को "घुसपैठिए" के रूप में संदर्भित किया और आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार हाशिए पर रहने वाले लोगों के लिए रोजगार और कोटा अलग कर देगी. हालांकि, इंडिया ब्लॉक ने इस डर से दलितों के बीच वोट हासिल किए कि भाजपा संविधान में संशोधन करने और उन्हें लाभों से वंचित करने के लिए बड़े बहुमत का उपयोग करेगी.
गांधी ने दावा किया, इससे पता चलता है कि 2014 और 2019 में पीएम मोदी और बीजेपी के लिए जो काम आया वह अब काम नहीं कर रही है. उन्होंने कहा, ''जिस पार्टी ने पिछले 10 साल अयोध्या के बारे में बात करने में बिताए, उसका अयोध्या में सफाया हो गया है.'' उन्होंने कहा, "अनिवार्य रूप से जो हुआ है वह यह है कि भाजपा का मूल ढांचा - धार्मिक नफरत पैदा करने का विचार - ध्वस्त हो गया है."