Rahul Gandhi: लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ती नजर आ रही है. लखनऊ की एक विशेष एमपी-एमएलए अदालत ने सेना पर टिप्पणी से संबंधित मानहानि के एक मामले में कांग्रेस नेता को समन जारी किया है. अदालत ने गांधी को 24 मार्च को पेश होने का निर्देश दिया है.
मिल रही जानकारी के मुताबिक यह शिकायत सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के पूर्व निदेशक उदय शंकर श्रीवास्तव ने दर्ज कराई थी. उन्होंने अपने शिकायत में कांग्रेस नेता पर आरोप लगाया था कि दिसंबर 2022 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गांधी के बयान अपमानजनक थे और भारतीय सेना को बदनाम करते थे.
उन्होने अपने शिकायत में कहा कि 9 दिसंबर को पत्रकारों से बातचीत के दौरान गांधी ने कहा था कि मैंने अपने दोस्त के साथ शर्त लगाई थी कि प्रेस मुझसे चीन के बारे में कुछ नहीं पूछेगा. प्रेस मुझसे उस देश के बारे में कुछ नहीं पूछेगा जिसने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय भूमि हड़प ली है. जिसने हमारे देश में हमारे सैनिकों को मार डाला है और जो देश अरुणाचल प्रदेश में हमारे सैनिकों पर हमला कर रहा है. मैं सही था. देश देख रहा है. इसके अलावा कुछ मत सोचिए. राहुल गांधी के इस बयान से विवाद खड़ा हो गया और सेना की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई.
राहुल गांधी द्वारा दिए गए इस बयान के बाद 12 दिसंबर को भारतीय सेना ने एक आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि चीनी सेना ने अरुणाचल प्रदेश में अवैध रूप से प्रवेश किया, लेकिन भारतीय सेना ने उचित जवाब दिया. जिससे उन्हें पीछे हटना पड़ा. शिकायतकर्ता श्रीवास्तव ने तर्क दिया कि गांधी की टिप्पणी ने सेना का अपमान किया और देश की सीमाओं की रक्षा के लिए उनके बहादुर प्रयासों को कमजोर किया. शिकायत का संज्ञान लेते हुए अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) अदालत ने मामले में गांधी को आरोपी के रूप में तलब किया.