Indresh Kumar Controversy: RSS नेता इंद्रेश कुमार ने दिया विवादित बयान, बोले- मुसलमान सभी विवादित धार्मिक स्थल हिन्दुओं को सौंप दें..

Indresh Kumar Controversy: राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने विवादित धार्मिक स्थलों को लेकर बयान दिया है. इसके साथ ही उन्होंने अयोध्या के राम मंदिर को 'राष्ट्रिय मंदिर' के नाम से सम्बोधित किया.

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हाइलाइट्स

  • राम मंदिर एक राष्ट्रीय मंदिर है- इंद्रेश कुमार
  • RSS नेता बोले- शुक्रवार जिस दिन मुस्लिम समुदाय सामूहिक नमाज अता करता है उस दिन को मोहब्बतवार में बदलें

Indresh Kumar on Religious places: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बड़े नेता और संयोजक इंद्रेश कुमार ने एक मीडिया इंटरव्यू में अपने विवादित बयान से सबको चौंका दिया है. उन्होंने देश में शांति का हवाला देते हुए कहा कि मुसलमानों और अन्य धर्म के लोगों को सभी विवादित धार्मिक स्थल हिन्दुओं को सौंप देना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि देश की शान्ति के लिए मुस्लिम समुदाय को आगे आकर मिशाल पेश करनी चाहिए. इसके लिए जितने भी मंदिरों और धार्मिक जगहों को तोड़कर मस्जिद और मुस्लिमों के इबादतगाह बनाये गए हैं. उन्हें अपनी इच्छा से हिन्दुओं को दे देना चाहिए. 

हिज़ाब विवाद और विवादित नारों पर भी बोले इंद्रेश कुमार 

आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य इंद्रेश कुमार ने इंटरव्यू के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय रखी. उन्होने कुछ समय पहले हुए हिज़ाब विवाद के बारे में भी संघ की मुस्लिम विंग के रवैये के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि  हिजाब विवाद पर RSS की मुस्लिम विंग राष्ट्रीय मुस्लिम मंच में दो राय थे. एक ने हिजाब का समर्थन किया था तो दूसरे मंच ने दूरी बना ली थी. इसके साथ ही उन्होंने 'सर तन से जुदा' जैसे विवादित नारों को लेकर भी अपनी नसीहत दे डाली. उन्होंने ऐसे नारों को असंवैधानिक बताया. 

'राम सभी के लिए हैं और सभी में हैं'- इंद्रेश कुमार 

इंद्रेश कुमार ने अयोध्या में बन रहे श्रीराम जन्मभूमि में बन रहे राम मंदिर को राष्ट्रीय मंदिर से सम्बोधित किया. उन्होंने कहा कि राम मंदिर के बनने से सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में ख़ुशी का माहौल है. राम मंदिर सबका है और ये एक राष्ट्रिय मंदिर है. उन्होंने आगे कहा कि राम सभी के लिए हैं और सभी में हैं. उन्होंने इस बारे में दलील दी कि "भारत एक ऐसा राष्ट्र है जो सभी धर्मों को स्वीकार करता है और उनका सम्मान करता है. इसलिए इसे राष्ट्रीय मंदिर कहना सही है."