Mumbai Boat Accident: मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया के पास बुधवार को एक दर्दनाक नौका दुर्घटना हुई, जिसमें 13 लोगों की जान चली गई और 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. यह घटना एक नौसेना के पोत और एक यात्री नौका के बीच टक्कर के कारण हुई. घटना के बाद इलाके में डर और शोक का माहौल है.
जानकारी के अनुसार, यह हादसा तब हुआ जब भारतीय नौसेना का एक पोत इंजन परीक्षण के लिए जा रहा था. परीक्षण के दौरान नौसेना के पोत का नियंत्रण खो गया और वह करंजा के पास नीलकमल नामक यात्री नौका से टकरा गया. यह नौका पर्यटकों को गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा द्वीप लेकर जा रही थी. टक्कर के बाद नीलकमल नाव पलट गई, जिससे यात्रियों को भारी नुकसान हुआ.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि मुंबई में हुई नौका दुर्घटना बेहद ही दुखद है. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द स्वस्थ हो जाएं. पीएम मोदी ने मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है. साथ ही घायलों को 50 हजार रुपये की मदद देने का भी निर्णय लिया है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने भी इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने मृतकों के परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि नीलकमल नामक यात्री जहाज नौसेना के पोत से टकराकर दोपहर 3:55 बजे पलट गया. इस दुर्घटना के बाद 101 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. मरने वालों में 10 नागरिक और 3 नौसेना के जवान शामिल हैं. घायलों में से 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है.
इस घटना ने एक बड़ा सवाल खड़ा किया है, कि क्या पर्यटन स्थलों पर भारतीय नौसेना का परीक्षण करना सही था? इस मामले पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार कौन है. पुलिस और भारतीय नौसेना मिलकर इस घटना की जांच कर रहे हैं.