चुनाव आते ही हरियाणा सरकार को दिखे बेरोजगार, आचार संहिता में क्यों भर्तियों का राग अलापने लगा HPSC?

Haryana News: हरियाणा कर्मचारी आयोग के चेयरमैन की प्रेसवार्ता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शैलजा कुमारी ने कहा कि चुनाव आते ही हरियाणा सरकार को प्रदेश के बेरोजगारों की याद आ गई है. अब सरकार आचार संहिता में भर्ती निकालने की कवायद कर रही है. भाजपा सरकार हरियाणा के निवासियों को सिर्फ गुमराह करने की कोशिश कर रही है. 

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Courtesy: ANI

Haryana News: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा से सांसद शैलजा कुमारी ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन हिम्मत सिंह की प्रेसवार्ता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि जब प्रदेश में चुनाव के लिए आचार संहिता लगी हुई है तो ऐसे में आयोग भर्ती की बात कर रहा है. जबकि आयोग यह अच्छी तरह से जानता है कि चुनाव आयोग ऐसा करने की कभी भी अनुमति प्रदान नहीं करता है. कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन का कहना है कि वे भर्ती के लिए तैयार हैं, लेकिन चुनाव आयोग उन्हें अनुमति नहीं दे रहा है. 

शैलजा कुमारी ने आरोप लगाया कि ऐसा कहकर चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी की सरकार महज चुनाव में सरकारी नौकरी की बात करके जनता को गुमराह करना चाहती है. अगर सरकार को भर्ती की इतनी ही चिंता थी तो अभी तक वे क्या कर रहे थे. क्या वे प्रदेश में आचार संहिता लगने का इंतजार कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भाजपा एक जुमलेबाज सरकार है. इसका काम ही झूठ बोलकर घोषणाएं करना है. अब जनता झूठी घोषणाओं में फंसने वाली नहीं है. 

9 साल 11 महीने क्या करता रहा आयोग 

शैलजा कुमारी ने हरियाणा कर्मचारी चयन सेवा आयोग से सवाल किया कि वह 9 साल 11 महीनों से क्या कर रहा था. एचकेआसएस कर्मचारियों को मामूली वेतन देकर उनका आर्थिक शोषण किया जा रहा है. समान काम, समान वेतन की नीति को सरकार ने स्वयं ही अब ताक पर रखा हुआ है. प्रदेश का युवा इस चुनाव में वोट की चोट से भारतीय जनता पार्टी को करारा जवाब देने वाली है. 

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