Sonia Rajeev Gandhi Lovestory: सोनिया गांधी आज यानि 09 दिसंबर को 77 साल की हो गई हैं, दरअसल उनका जन्म इटली में हुआ था. जबकि पढ़ाई करने के दरमियान इंग्लैंड के कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में उनकी मुलाकात राजीव गांधी से हुई थी. वहीं राजीव भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे थे. दोनों को एक दूसरे से गहरा प्यार हो गया था. जबकि बहुत तकलीफों के बाद उन दोनों का विवाह हो पाया था. आपको बताते हैं कि किस प्रकार से उनकी लवलाईफ की शुरुआत हुई थी.
सोनिया गांधी 07 जनवरी 1965 को कैंब्रिज पढ़ाई के पहुंचीं, दरअसल यहां बहुत सारे विदेशी युवा पढ़ाई करने जाते हैं. कैंब्रिज में व्यवस्था थी कि अगर आप विदेशी हैं तो आपको फैमिली जैसे घर में रहना है, इसलिए उन्हें घर अलॉट किया गया था. सोनिया ने राजीव को पहली बार यहीं देखा था, इतना शांत, विनम्र स्वरूप देश सोनिया उन्हें देखते ही रह गई थी. वहीं सोनिया के कॉमन मित्र क्रिस्टियन वॉन स्टीगलिज के संग राजीव से उनका परिचय हुआ था.
वहीं दोनों ही अपने-अपने परिवारों से दूर थे, राजीव के पास लाल रंग की पुरानी वॉक्सवैगन कार मौजूद थी. जिसे चलाकर वह हर दिन सोनिया से मिलने आया करते थे. जबकि कैंब्रिज में पढ़ने वाले सारे छात्रों को घर से कम पैसे आने की वजह से आर्थिक हालात खराब हुआ करते थे. इसलिए सारे छात्र कुछ न कुछ कार्य किया करते थे, तब राजीव एक कॉपरेटिव बेकरी में काम किया करते थे.
वहीं हर प्रेम कहानी की तरह सोनिया और राजीव के प्यार को सोनिया के परिवार वाले मानने को तैयार नहीं थे. सोनिया अपने मां-पापा को मना नहीं पा रही थीं. जिसके बाद राजीव ने अपनी मां इंदिरा गांधी को अपनी प्रेम कहानी को लेकर पत्र लिखा जिसमें उन्होंने जिक्र किया कि, ” वो समझ नहीं पा रहे कि सोनिया अब तक ऐसा क्यों नहीं कर रही.”खैर सोनिया वास्तव में राजीव के साथ जिंदगी में आगे बढ़ने का मन बना चुकी थीं. वहीं जब सोनिया इटली के ओरबासानो में अपने घर गईं तो तय करके गईं कि, इस बार वह वालों से शादी के बारे में बात करेगी. घरवालों से बात करने के बाद जब वह वापस कैंब्रिज लौटीं तो बहुत परेशान रहने लगी. दरअसल उनके परिवार वाले नहीं चाहते थे कि, वह वापस कैंब्रिज जाएं.
वहीं साल 1966 में सोनिया फिर इटली लौटीं, जिसके बाद राजीव गांधी ने सोनिया के पिता स्टेफनो से मिलने का मन बनाया. जिसके खर्चे के लिए उन्होंने एक भवन निर्माण साइट पर काम करके पैसे इकठ्ठे किए. इस बीच सोनिया और राजीव दोनों रोज एक दूसरे को प्रेम पत्र लिखकर अपने दिल का हाल बताया करते थे. इस दौरान अब राजीव ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़कर पायलट का लाइसेंस लेने की ट्रेनिंग करने लगे थे.
वहीं इसी बीच सोनिया ने करीब 12 महीने इंतजार करने के बाद दिल्ली पहुंची. जबकि पिता स्टेफनो को लगता था कि, बेटी एक साल इटली में रहेगी तो राजीव को दिल से निकाल देगी. परन्तु 13 जनवरी 1968 को सोनिया दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची जहां राजीव अपने भाई संजय के साथ उन्हें लेने आए थे. जिसके बाद सोनिया को अमिताभ बच्चन के परिवार के साथ रहने का इंतजाम किया गया था. जिस दौरान 25 फरवरी 1968 वह दिन था जब उन दोनों ने एक दूसरे के साथ शादी की. कुछ इस तरह से टूटते-टूटते ये प्रेम कहानी पूरी हुई.