यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल पेपर लीक मामले में STF की बड़ी कार्रवाई, 1 आरोपी गिरफ्तार

Up Constable Paper Leak: आरोपी से पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है. नीरज को मथुरा में रहने वाले एक उपाध्याय ने ये उत्तर कुंजी भेजी थी. ऐसे में पुलिस की टीम आरोपी की खोज में लग गई है.

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हाइलाइट्स

  • यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल पेपर लीक मामले में STF की बड़ी कार्रवाई
  • 1 आरोपी को किया गिरफ्तार

Up Constable Paper Leak: उत्तर प्रदेश पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में STF ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है.  बता दें कि मामलें में शामिल एक आरोपी नीरज यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है. एसटीएफ द्वारा आरोपी को कुछ अभ्यर्थियों को व्हॉट्सएप पर सवालों के जवाब भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. नीरज बलिया का रहने वाला है. आरोपी से पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है. बता दें कि नीरज को मथुरा में रहने वाले एक उपाध्याय ने ये उत्तर कुंजी भेजी थी. ऐसे में पुलिस की टीम आरोपी की खोज में लग गई है. 

सीएम योगी ने परीक्षा रद्द करने का दिया आदेश 

इस बीच शनिवार को उत्तर प्रदेश पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद उसे रद्द कर दिया गया है. ऐसें में भाजपा के नेतृत्व वाली योगी सरकार ने लाखों अभ्यार्थियों को राहत देने का काम किया है. साथ ही 6 महीने के अंदर दोबारा एग्जाम कराए जाने का निर्देश दिया है. बता दें, कि 17 औ 18 फरवरी को यूपी सिपाही भर्ती की परीक्षा आयोजित की गई थी. इस परीक्षा में 60 हजार पदों के लिए कुल 48 हजार अभ्यार्थियों ने आवेदन किया था.

यूपी सरकार की तरफ से इस परीक्षा को रद्द करने का फैसला इसलिए लिया गया, क्योंकि बीते कुछ दिनों से  पेपर लीक होने जैसी सूचनाएं सामने आ रही थी. वहीं इस मामले की पूरी तरह से जांच के लिए सरकार ने एक विशेष टीम का गठन किया है. 

सीएम योगी ने क्या कहा?

परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा, "उत्तर प्रदेश पुलिस कॉन्स्टेबल पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को रद्द करने तथा अगले  6 महीने के भीतर दुबारा परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं. परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता.  युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा,  साथ ही ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.  

बता दें, कि 17 और 18 तारीख को आयोजित हुई इस पुलिस परीक्षा के कुछ छात्रों के पास पहले से ही जावब थे. ऐसे में यह मामला तेजी से सुर्खियों का विषय बन गया. जिसके बाद छात्रों से जमकर प्रदर्शन किया और सरकार से परीक्षा को रद्द करने के साथ-साथ दोषियों पर बुलडोजर कार्रवाई करने की मांग की थी. 

मामले की जांच के लिए गठित हुई कमेटी 

 इस मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से एक विशेष कमेटी का गठन किया गया है. जिसका नेतृत्व एडीजी अशोक कुमार सिंह करेंगे. मेल द्वारा मिली लगभग 1500 अभ्यर्थियों की शिकायतों और सबूतों को नज़र में रखते हुए  इस मामले की जाँच की जाएगी.

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