Telangana Election Result: तेलंगाना में विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है. शुरुआती रुझानों में कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति (BRS) के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है. हालाँकि इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपनी जीत का दावा किया था. लेकिन शुरुआती नतीजों में ऐसा होते नहीं दिख रहा है. शुरुआती रुझानों में सुबह 9:45 तक के रुझानों में जहां कांग्रेस बीआरएस से आगे निकलती दिखी, तो वहीं बीजेपी 4 सीट पर बढ़त बनाती दिखी है.वहीं बीजेपी असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM से पीछे चल रही है.
हालाँकि तेलंगाना में जीत का दावा करने वाली बीजेपी के लिए शुरुआती रुझान बेहद ही निराशाजनक हैं. ओवैसी की पार्टी सुबह 9:45 तक के रुझानों में 5 सीटों पर आगे चल रही थी. खास बात ये है कि ओवैसी की पार्टी सिर्फ 9 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. 9 सीटों में से 5 सीटों पर आगे ओवैसी की पार्टी बीजेपी के लिए चिंता का विषय बन सकती है.
बता दें कि तेलंगाना में 2018 विधानसभा चुनाव में ओवैसी की AIMIM को 7 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं BJP को तब महज 1 सीट से समझौता करना पड़ा था, जबकि 2013 के चुनाव में BJP के पास 5 सीट थी.
क्या है ओवैसी की जीत का कारण
9 सीटों में से 5 सीटों पर जीत की ओर बढ़ रही है ओवैसी की पार्टी AIMIM. ऐसे में ये समझना जरुरी है कि आखिर क्या वजह है ओवैसी के लगातर कायम दबदबे की. जानकारों के अनुसार, इसकी सबसे बड़ी वजह है , ओवैसी का अपने ही गढ़ में चुनाव लड़ना. इसके साथ ही ओवैसी की पार्टी AIMIM की मुस्लिम वोट बैंक पर सबसे अच्छी पकड़ है. बता दें कि ओवैसी हैदराबाद और उसके आसपास के इलाकों में ही अपने प्रत्याशी उतारते हैं जो उनका गढ़ है. यहां काफी लंबे सयम से ओवैसी की पार्टी का कब्जा रहा है.
निर्णायक भूमिका निभाते हैं मुस्लिम मतदाता
तेलंगाना एक मुस्लिम बहुल राज्य है. यहाँ करीब 45 लाख आबादी मुस्लिम समुदाय की है. यानी कि ये संख्या तेलंगाना की कूल आबादी का 13 प्रतिशत है. ऐसे में तेलंगाना में मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं. तेलंगाना में 119 सीटों में से करीब 45 सीटों पर मुस्लिम वोट बैंक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. गौरतलब है कि ओवैसी की पार्टी तेलंगाना में सिर्फ हैदराबाद सिटी के मुस्लिम बहुल इलाकों में ही चुनाव लड़ती है और बाकी सीटों पर वो BRS का समर्थन करती है. इस विधानसभा चुनाव में भी ओवैसी की पार्टी सिर्फ 9 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. लेकिन बाकी के 110 सीटों पर भी मुस्लिम वोट बैंक को असद्दुदीन ओवैसी प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं.