Terrorist Attack: 11 सितंबर 2001 की सुबह अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर का आसमान राख व धुएं से भर उठा था. दरअसल, 11 आज से 22 साल पहले दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के न्यूयॉर्क सिटी वर्ल्ड सेंटर के ट्विन टावर पर आतंकी हमला हुआ था. आंतकियों ने 110 मंजिला वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर दो अमेरिकी विमानों से टक्कर करवाई थी जिसके बाद देखते ही देखते अमेरिकी शान में कसीदे पढ़ने वाले ट्विन टावर ताश की पत्तों की तरह बिखर गया. इस हमले में करीब 2977 लोगों की मौत हो गई थी. इस भयानक हमले को देख पूरी दुनिया स्तब्ध हो गई थी.
कैसे हुआ था विमान हाईजैक-
9/11 की आतंकी हमले से पहले उसी दिन सुबह करीब 7,59 से 8.42 के बीच चार कॉमर्शियल फ्लाइट्स उड़ान भरी थी. इन विमानों में से दो बॉस्टन, एक वाशिंगटन डीसी और एक नेटवर्क के लिए उड़ान भरी थी. हालांकि इन विमानों को अलकायदा के आतंकियों ने अगवा कर लिया था. इस हमले की जांच करने वाले आयोग ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि, कैसे इन विमानों को अगवा करने से पहले आतंकियों ने साजिश रची और कॉकपिट में घुसने के लिए किस तरह फ्लाइट के अटेंडेंट पर चाकुओं से क्रूरता से वार किया था.
जांच रिपोर्ट के अनुसार आपको बता दें कि, अलकायदा के 19 आतंकियों ने उस चारों विमानों को बीच में ही अगवा कर लिया था इनमें अमेरिकन-11, यूनाइटेड-175, अमेरिकन-77 और यूनाइटेड-93 था. जांच आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका -11 फ्लाइट्स बॉस्टन से लॉस एंजिल्स के बीच नॉन स्टॉप उड़ान पर थी. इस विमान में कुल 81 यात्री सवार थे जिसमें 5 अलकायदा के आतंकी भी थे. इन आतंकियों ने जैसे तैसे सिक्योरिटी को साझा देकर सिक्योरिटी स्क्रीनिंग पास करने में कामयाब हो गए थे.
9/11 की आतंकी हमले की अंजाम की दास्तां-
रिपोर्ट के अनुसार, जब विमान 3500 फीट की ऊंचाई पर पहुंच गया तो यात्रियों को सीट बेल्ट खोलने की इजाजत दे दी गई. उसके यात्रियों को सर्व करने की तैयारी कर रहे फ्लाइट अटेंडेंट को फर्स्ट क्लास में बैठे दो आतंकियों वेल अल शहरी वालिद अल शहरी ने ताबातोड़ चाकुओं से वार कर उन्हें लहूलुहान कर दिया. उसके बाद एक दूसरे आतंकी अट्टा जिसे वीमान उड़ाना आता था वो तेजी से दौड़कर विमान के कॉकपिट की ओर बढ़ा उसके साथ ही चौथा आतंकी ओमारी भी बढ़ा. वहीं पांचवे आतंकी सत्ताम अल सक्कामी ने यात्रियों पर ताबातोड़ हमला शुरू कर दिया. हालांकि इसमें बैठे लेविन चार साल इजरायली सेना में काम किया था उन्होंने आतंकियों को फ्लाइट हाईजैक करने से रोकने की कोशिश की हालांकि उन्हें मारकर घायल कर दिया और उसके बाद यात्रियों पर काबू पाने के लिए उन्होंने कहा कि हमारे पास बम है. इसके बाद अगले 5 मिनट में ही आतंकियों ने प्लेन को हाइजैक कराने में कामयाब हो गए थे.
आपको बता दें कि 11 सितंबर 2001 को 8 बजकर 46 मिनट पर यह विमान वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ टावर से टकराकर क्रैश हो गया. इस विमान में सवार सभी यात्रियों के साथ-साथ टावर में मौजूद कई लोगों की उसी समय मौत हो गई थी.