Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में राम मंदिर के लिए प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को होना है. जिसके कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. इस समारोह में शामिल होने के लिए देश-विदेश से कई राम भक्त पहुंच रहे हैं. इस कार्यक्रम के लिए राजनीतिक दलों के नेताओं समेत कई दिग्गजों को निमंत्रण पत्र भेजा गया है. इस बीच मंदिर के उद्घाटन से पहले बड़ी खबर सामने आई है.
कर्नाटक के मशहूर मूर्तिकार अरुण योगिराज की बनाई गई रामलला की मूर्ति का अयोध्या में राम मंदिर के लिए चयन किया गया है. जिसकी पुष्टि आज (15 जनवरी) श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने की. इस दौरान उन्होंने कहा कि कृष्णशिला पर बनाई गई इस मूर्ति का वजन 150 से 200 किलोग्राम है.
कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार श्री अरुण योगीराज द्वारा कृष्णशिला पर निर्मित मूर्ति का चयन भगवान श्री रामलला सरकार के श्री विग्रह के रूप में प्रतिष्ठित होने हेतु किया गया है।
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 15, 2024
The Murti sculpted on Krishna Shila, by renowned sculptor Shri Arun Yogiraj, has been selected as Shri…
चंपत राय ने आगे कहा कि अरुण योगीराज ने केदारनाथ में शंकराचार्य की भी मूर्ति बनाई है, इंडिया गेट पर नेता जी सुभाष चंद्र की मूर्ति भी बनाई है. उन्हें अयोध्या में मूर्ति बनाने के दौरान 15- 15 दिन तक मोबाइल से दूर रखा गया. उनकी मूर्ति मूर्ति का चयन किया गया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि मंदिर में हो भी मूर्ति स्थापित होगी वो प्रभु श्रीराम की 5 साल की बाल अवस्था की है. बता दें कि अयोध्या राम मंदिर के लिए तीन मूर्तिकारों द्वारा मूर्ति का निर्माण किया गया था. लेकिन इसमे से अरुण योगीराज की मूर्ति का चुनाव किया गया है.
इस दौरान चंपत राय ने आगे कहा कि मंदिर में लगी पुरानी मूर्ति मंदिर के परिसर में ही रहेगी. बता दें कि पुरानी मूर्ति को लेकर सवाल किया जा रहा था कि अब तक जिस मूर्ति की पूजा की जा रही थी उसका क्या होगा? क्यों नहीं उसी मूर्ति को मंदिर में स्थापित किया जाए.
चंपत राय ने आगे बताया कि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 16 जनवरी बुधवार से पूजा विधि का काम शुरू हो जाएगा और यह 21 जनवरी तक चलेगा और 22 को मंदिर के गर्भ गृह में मूर्ति को स्थापित किया जाएगा. 12 बजे शुरू होकर 1 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो जाएगी. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने अपने विचार प्रकट करेंगे.
22 जनवरी को अयोध्या की ओर जाने वाल सभी सड़कों पर यातायात में बदलाव किया जाएगा. इसके साथ ही इस दिन शहर में अर्धसैनिक बल और पीएसी की 26 कंपनियों के साथ-साथ लगभग 8000 नागरिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा यूपी एंटी टेरर स्क्वाड (एटीएस) और स्पेशल टास्क फोर्स की टीमें और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड जैसी केंद्रीय एजेंसियां भी तैनात रहेंगी.
अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था में लगे अधिकारियों के अनुसार, 22 जनवरी को अयोध्या में मंदिर की सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सर्विलांस शुरू किया जा सकता है. गौरतलब है कि राम मंदिर को लेकर पहले भी कई तरह की धमकियां मिल चुकी हैं, जिसके बाद प्रशासन की ओर से ये कदम उठाया जा रहा है.
AI सर्विलांस बार-बार आने वाले भक्तों या लोगों के समूह द्वारा अपनाई जाने वाली किसी सामान्य प्रवृत्ति, या मंदिर परिसर के भीतर देखी गई किसी अन्य संदिग्ध प्रवृत्ति का पता लगाने में मदद कर सकता है. इसकी मदद से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर आ जाएंगी और समय पर कार्रवाई करने में सक्षम होंगी.
रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में लोगों में उत्साह है. प्राण प्रतिष्ठा के दिन उत्तर प्रदेश सहित कुछ भाजपा शासित राज्यों में शराब बेचने पर पूरी तरह रोक लगने वाली है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से इस ऐतिहासिक मौके पर दीये जलाने का आग्रह किया है और भाजपा ने मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया है. इस मौके की पवित्रता बनाए रखने के लिए बीजेपी शासित कई राज्यों की सरकारों ने 22 जनवरी को शराब की बिक्री पर रोक लगा दी है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के दिन राज्य में शराब की बिक्री नहीं होगी.