महाराष्ट्र में जीबीएस के मरीजों की संख्या 207 हुई, कोल्हापुर में महिला की मौत संदिग्ध

पुणे : महाराष्ट्र में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) के दो नए मामले सामने आने के बाद इसके संदिग्ध और पुष्ट मामलों की कुल संख्या 207 तक पहुंच गई है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. 

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Courtesy: social media

पुणे : महाराष्ट्र में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) के दो नए मामले सामने आने के बाद इसके संदिग्ध और पुष्ट मामलों की कुल संख्या 207 तक पहुंच गई है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. 

अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार को दो नए मामले सामने आने के बाद पुष्ट मामलों की संख्या 180 हो गई, जिनमें से 20 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है. हालांकि, राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब तक आधिकारिक तौर पर इस बीमारी से मौतों की संख्या आठ ही है. लेकिन, कोल्हापुर जिले में एक महिला की मौत को लेकर संदेह जताया गया है कि यह जीबीएस के कारण हो सकती है.

कोल्हापुर के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि चांगिड तहसील की 60 वर्षीय महिला की 13 फरवरी को मृत्यु हो गई. महिला का आधा शरीर (निचला हिस्सा) पक्षाघात (लकवा) से प्रभावित था और पहले उन्हें चांगिड के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, फिर स्थिति बिगड़ने पर उन्हें कर्नाटक भेजा गया. 11 फरवरी को उन्हें कोल्हापुर के एक अस्पताल में वापस लाया गया, जहां दो दिन बाद उनकी मौत हो गई. 

जीबीएस: एक दुर्लभ तंत्रिका विकार

गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) तंत्रिका संबंधी एक दुर्लभ विकार है, जो शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को प्रभावित करता है. इस बीमारी में शरीर के हिस्से अचानक सुन्न हो जाते हैं, मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है और कुछ मामलों में मरीज को निगलने और सांस लेने में भी कठिनाई होती है. यह विकार तेजी से प्रकट होता है और गंभीर स्थिति में रोगी को वेंटिलेटर पर भी रखा जा सकता है.

अधिकारियों की चेतावनी और स्वास्थ्य विभाग की भूमिका

स्वास्थ्य विभाग ने जीबीएस के मामलों की बढ़ती संख्या को लेकर सावधानी बरतने की अपील की है और मरीजों को तुरंत इलाज करवाने की सलाह दी है. अधिकारियों का कहना है कि समय रहते इलाज से जीबीएस के प्रभाव को नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन इलाज में देरी से स्थिति बिगड़ सकती है.

महाराष्ट्र में जीबीएस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और इसे लेकर स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है. कोल्हापुर में संदिग्ध महिला की मौत के बाद इस बीमारी के कारण होने वाली मौतों को लेकर जांच की जा रही है. 
 

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