Rajasthan Cabinet: राजस्थान में बीजेपी सरकार बनने के बाद नए मंत्रिमंडल का इंतजार हो रहा है. इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. कैबिनेट में कितने मंत्री होंगे शामिल और कौन बनेगा इसका सदस्य? इसे राजनीतिक गलियों में अटकलों का बाज़ार गर्म है. ऐसी संभावना है कि बीजेपी के पहले चरण के मंत्रिमंडल में सीएम और दो डिप्टी सीएम समेत 20 सदस्य शामिल हो सकते हैं.
मंत्रिमंडल को लेकर बीजेपी विधायकों की लॉबिंग जारी है. विधायक लगातार मंत्री पद की जुगाड़ में लगे हुए हैं. लेकिन मुख्यमंत्री के दो बार दिल्ली दौरे के बाद भी कैबिनेट को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल को लेकर राजनीति में उत्सुकता बनी हुई है. राजनीति में लगातार अटकलों का दौर जारी है. राजस्थान में कुल 200 विधानसभाएं हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपने मंत्रिमंडल में 30 सदस्यों को शामिल कर सकते हैं.
माना जा रहा है कि बीजेपी कैबिनेट के पहले चरण में मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री समेत 20 विधायक इसके सदस्य होंगे, यानी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, दोनों डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा के अलावा 17 और विधायक शामिल होंगे. विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक 16 विधायकों के नाम पर मुहर लग चुकी है. इस संबंध में किरोड़ी लाल मीना, मदन दिलावर, कन्हैया लाल चौधरी, जगदीप बिहानी, भैराराम चौधरी, राम विलास मीना, जवाहर सिंह बेदाम, सुरेंद्र सिंह राठौड़, ताराचंद सारस्वत, गजेंद्र खींवसर, उदय लाल भड़ाना, जोगेश्वर गर्ग, जोराराम कुमावत, पब्बाराम बिश्नोई, संजय शर्मा, संदीप शर्मा और सुरेश रावत के नाम की चर्चा है. इन पर पार्टी आलाकमान ने सहमति जताई है. अब इन नामों की घोषणा कभी भी हो सकती है.
बीजेपी इस बार कैबिनेट में नए चेहरों को मौका देने के मूड में है. इसके पीछे वजह यह मानी जा रही है कि बीजेपी भविष्य की राजनीति को ध्यान में रखते हुए ऐसा करने जा रही है. चर्चा है कि आरएसएस से जुड़े विधायकों को कैबिनेट में ज्यादा तरजीह मिलेगी. इसके अलावा कुछ अनुभवी विधायकों को भी कैबिनेट में शामिल किया जाएगा. ताकि नए मंत्रियों को उनके अनुभवों का लाभ मिलता रहे. इसके अलावा बीजेपी जातीय समीकरणों को देखकर भी समन्वय बनाने में जुटी है.