Pope Francis Dies: रोमन कैथोलिक चर्च के गुरु पोप फ्रांसिस का सोमवार को निधन हो गया. भारत द्वारा ईस्टर सोमवार को पोप फ्रांसिस के निधन पर तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की गई है. अपनी विनम्र शैली और गरीबों के प्रति चिंता से दुनिया को मंत्रमुग्ध करने वाले पहले लैटिन अमेरिकी पोप का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया.
गृह मंत्रालय (एमएचए) ने दिवंगत पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि देने के लिए भारत में तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है. एमएचए ने एक बयान में कहा कि मंगलवार और बुधवार राजकीय शोक की घोषणा की. वहीं सोमवार को भी अंतिम संस्कार के दिन एक दिन का राजकीय शोक के रुप में मनाया जाएगा. राजकीय शोक के दौरान पूरे देश का झंडा आधा झुका रहेगा, ना ही किसी जगह पर समारोह का आयोजन नहीं होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोप प्रांसिस के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए इसे एक वैश्विक समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति बताया. प्रधानमंत्री ने दुनिया भर के कैथोलिकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पोप की करुणा और आध्यात्मिक साहस को पूरी दुनिया मानती है. पीएम मोदी ने कहा कि मैं उनके साथ अपनी मुलाकातों को याद करता हूं और सर्वांगीण विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से बहुत प्रेरित हुआ हूं.
Deeply pained by the passing of His Holiness Pope Francis. In this hour of grief and remembrance, my heartfelt condolences to the global Catholic community. Pope Francis will always be remembered as a beacon of compassion, humility and spiritual courage by millions across the… pic.twitter.com/QKod5yTXrB
— Narendra Modi (@narendramodi) April 21, 2025
ईस्टर सोमवार को पोप फ्रांसिस का 88 वर्ष की आयु में वेटिकन के कासा सांता मार्टा निवास पर निधन हो गया. समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, इतिहास के पहले लैटिन अमेरिकी पोप फ्रांसिस का मस्तिष्क आघात से निधन हो गया, जिसके कारण वे कोमा में चले गए और उन्हें अपरिवर्तनीय हृदय गति रुक गई. फ्रांसिस को बचपन से ही फेफड़े की दिक्कत थी. निधन से कुछ दिनों पहले उन्हें सांस लेने की समस्या हो रही थी. जो डबल निमोनिया में बदल गया. हालांकि निधन से एक दिन पहले उन्होंने ईस्टर संडे को अपनी अंतिम सार्वजनिक उपस्थिति दर्ज कराई.