नई दिल्ली : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पाकिस्तान स्थित खुफिया एजेंसियों को संवेदनशील जानकारी लीक करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. यह जानकारी बुधवार को आतंकवाद रोधी संघीय एजेंसी ने दी.
एनआईए ने एक बयान जारी कर कहा कि गिरफ्तार किए गए आरोपी भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों के बारे में संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों को भेज रहे थे. आरोपियों ने कारवार और कोच्चि स्थित नौसैनिक अड्डों से जुड़ी जानकारी लीक की थी.
एनआईए के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में वेथन लक्ष्मण टंडेल और अक्षय रवि नाईक कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले से, जबकि अभिलाष पी ए को केरल के कोच्चि से पकड़ा गया. यह तीनों आरोपी पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) से सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में थे और संवेदनशील जानकारी के बदले पैसे प्राप्त कर रहे थे.
इस मामले में अब तक कुल आठ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिसमें से दो फरार पाकिस्तानियों समेत पांच आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया जा चुका है. यह मामला 2021 में आंध्र प्रदेश के काउंटर इंटेलिजेंस सेल द्वारा दर्ज किया गया था. एनआईए की जांच में पाकिस्तान के मीर बलाज खान और एक अन्य आरोपी आकाश सोलंकी भी शामिल थे, जो भारतीय नौसेना से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी लीक करने वाले जासूसी गिरोह का हिस्सा थे.
एनआईए ने बताया कि जांच के दौरान एक अन्य फरार पीआईओ अल्वेन के अलावा दो अन्य आरोपियों, मनमोहन सुरेंद्र पांडा और अमान सलीम शेख का नाम भी आरोप पत्र में शामिल किया गया है. जून 2023 में एनआईए ने मामले की जांच अपने हाथ में ली थी, और अब भी पाकिस्तान स्थित खुफिया एजेंसियों और अन्य राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा चलाए जा रहे जासूसी नेटवर्क को उजागर करने के लिए जांच जारी है.