तिरुपति मंदिर प्रसादम विवाद पर भड़कीं बीजेपी नेता माधवी लता; पूछा, रेड्डी सरकार ने क्यों नहीं बनवाई गौशाला?

Tirupati Laddu Controversy: बीजेपी नेता माधवी लता ने तिरुमला मंदिर का दौरा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी पर तिरुपति प्रसाद के लिए शुद्ध घी की आपूर्ति सुनिश्चित न करने और 'गौशाला' न बनाने को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि रेड्डी सरकार के कार्यकाल में 18 बार इस मुद्दे को अनदेखा किया गया. इसके साथ ही, आंध्र प्रदेश सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू द्वारा लगाए गए पशु वसा के उपयोग के आरोपों के बाद राज्य सरकार ने विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है.

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Courtesy: social media

Tirupati Laddu Controversy: बीजेपी नेता माधवी लता ने गुरुवार को तिरुमला मंदिर में दर्शन किए और इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की आलोचना करते हुए पूछा कि उनके शासन में तिरुमला मंदिर के लिए शुद्ध घी की आपूर्ति के लिए गौशाला क्यों नहीं बनाई गई. उन्होंने कहा कि तिरुमला मंदिर को लड्डू प्रसादम के लिए 1300 करोड़ रुपये मिले थे, इसके बावजूद रेड्डी ने शुद्ध घी की आपूर्ति के लिए कोई कदम नहीं उठाया.

माधवी लता ने कहा, "यह मुद्दा 18 बार उठ चुका है, लेकिन फिर भी जगन मोहन रेड्डी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. उन्होंने गौशाला का निर्माण क्यों नहीं किया ताकि मंदिर में शुद्ध घी का उपयोग किया जा सके?" लता ने आगे कहा कि अब उनकी गलतियाँ सामने आ रही हैं और उन्हें जवाब देना होगा. अपने दौरे के दौरान, माधवी लता ने यह भी कहा कि कुछ लोग जो अन्य धर्मों से हैं, हिंसक मानसिकता के साथ आकर सनातन धर्म और हिंदू मंदिरों का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने उन लोगों से माफी मांगी, जो इन हरकतों से आहत हुए हैं और अपील की कि इस तरह के अनुचित व्यवहार को रोका जाए.

इस बीच, आंध्र प्रदेश के गृह मंत्री अनिता वांगलापुडी ने कहा कि तिरुपति लड्डू प्रसादम में पशु वसा के उपयोग के आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है. यह विवाद तब शुरू हुआ जब पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि जगन मोहन रेड्डी के कार्यकाल में लड्डू प्रसादम में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया था, जिसमें पशु वसा भी शामिल था.

28 सितंबर को मंदिर में पूजा की अपील

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) ने इन आरोपों को खारिज करते हुए राज्यभर के भक्तों से अपील की है कि वे 28 सितंबर को मंदिर में पूजा-अर्चना करें, ताकि तिरुमला की पवित्रता को फिर से स्थापित किया जा सके. पार्टी ने यह भी कहा कि इन आरोपों ने मंदिर की छवि को धूमिल किया है.वहीं, बीजेपी ने भी मांग की है कि पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी अपनी तिरुमला मंदिर यात्रा के दौरान अपनी धार्मिक आस्था को सार्वजनिक रूप से स्पष्ट करें. यह मांग 28 सितंबर को उनकी प्रस्तावित मंदिर यात्रा के मद्देनज़र की गई है.

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