Rajya Sabha: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने आज (11फरवरी) राज्यसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया है. ऐसे में सुष्मिता देव को एक बार फिर राज्यसभा भेजा जाएगा. इसके अलावा पत्रकार सागरिका घोष, मतुआ समुदाय से आने वाली ममता बाला ठाकुर और सांसद नदीमुल हक का नाम भी इस सूची में शामिल हैं. TMC ने अपने ऑफिशियल 'एक्स' अकाउंट पर यह जानकारी साझा की है.
टीएमसी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स अकाउंट पर लिखा, "हमें आगामी राज्यसभा चुनावों के लिए सागरिका घोष, सुष्मिता देव, सांसद मो नदीमुल हक और ममता बाला ठाकुर की उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है. हम उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं और आशा करते हैं कि वे हर भारतीय के अधिकारों के लिए अदम्य भावना और वकालत की तृणमूल की स्थायी विरासत को बनाए रखने की दिशा में काम करेंगे."
We are pleased to announce the candidature of @sagarikaghose, @SushmitaDevAITC, @MdNadimulHaque6 and Mamata Thakur for the forthcoming Rajya Sabha elections.
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) February 11, 2024
We extend our heartfelt wishes to them and may they work towards upholding Trinamool’s enduring legacy of indomitable…
15 प्रदेश की 56 सीटों के लिए 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव होना है. चुनाव आयोग के मुताबिक ये सभी सीटें अप्रैल में खाली हो जाएंगी. इसको लेकर EC की तरफ से एक अधिसूचना जारी की गई है. जिसमें बताया गया है कि 15 प्रदेश में अप्रैल माह में राज्यसभा की 56 सीटें खाली हो रही हैं. राज्यसभा सीटों के लिए यह चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं, जबकि अगले कुछ ही महीनों में देश में लोकसभा के चुनाव होने हैं.
एक जानकारी के अनुसार, राज्यसभा से पश्चिम बंगाल की 5 सीटें अप्रैल में खाली होने वाली हैं. पांचवां उम्मीदवार भारतीय जनता पार्टी (BJP) से होगा जिसने अभी तक अपने उम्मीदवार के नाम का एलान नहीं किया है.
बता दें, कि सुष्मिता देव पहले भी टीएमसी सांसद रह चुकी हैं. 2021 में कांग्रेस से टीएमसी में शामिल होने के बाद पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा था. उनका कार्यकाल कुछ समय पहले ही खत्म हुआ था. वहीं नदीमुल हक भी पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं. ममता ठाकुर मतुआ समुदाय की धार्मिक 'मां' हैं जिन्होंने 2019 में बनगांव सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन बीजेपी के शांतनु ठाकुर ने उन्हें शिकस्त दी थी. वहीं सागरिका घोष जानी-मानी पत्रकार और लेखिका हैं.