Tomato Price: टमाटर की कीमतों में आई तेजी लोगों को इससे दूरी बनाने के लिए मजबूर कर रही है. देश भर के अलग-अलग बाजारों में टमाटर इस समय 100 रुपए के पार चल रहा है. जो टमाटर मई के महीने तक सिर्फ 2-5 रुपए किलो तक बिक रहा था वही अब लोगों के लिए उसे खरीदना सपना सा बनता जा रहा है. एक मध्यम वर्गीय परिवार के सब्जी के बजट में अकेले टमाटर ने ही अपनी हिस्सेदारी इतनी बढ़ा दी है कि लोग सोच रहे हैं कि टमाटर खाया जाए या बाकी की सब्जियां.
एक महीना पहले यानी मई में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में टमाटर 2-5 रुपए प्रति किलो बिक रहा था लेकिन अब इन राज्यों में भी टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं. डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स की मानें तो इस समय केरल में सबसे मंहगा टमाटर बिक रहा है. केरल में टमाटर की कीमत 113 रुपए प्रति किलो पहुंच गई है. पूरे देश में टमाटर की कीमतों का यही हाल है.
क्यों मंहगा हुआ टमाटर ?
लोग हैरान हैं कि जो टमाटर 5 रुपए किलो के भाव में बिक रहा था वो अचानक आसमान क्यों छूने लगा? आपको बता दें कि टमाटर की कीमतों में भारी उछाल की वजह बारिश है. बेमौसम बारिश ही वो कारण है जिसकी वजह से टमाटर की कीमतें हवा से बाते कर रही हैं. इसके पहले जोरदार गर्मी और अब बारिश ने टमाटर की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है. इस नुकसान से टमाटर की सप्लाई में भारी कमी आ गई जिसकी वजह से दाम बढ़ गए.
पहले भी इसी समय बढ़ी हैं कीमतें
ऐसा नहीं है की टमाटर ने पहली बार इस मौसम में अपने रंग दिखाए हैं. पिछले वर्षों में भी इन्हीं महीनों में टमाटर ने लोगों को लाल किया है. बीते तीन सालों की बात करें तो बारिश के कारण दामों की बढ़ोत्तरी का ये ट्रेंड ऐसे ही देखने को मिला है. पिछले साल यानी 2022 के जून के महीने में टमाटर 70 रुपए प्रति किलो तक पहुच गया था. वर्ष 2021 के इसी महीने में ये 100 रुपए और 2020 में 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच कर लोगों की जेब ढीली कर रहा था.
कब तक कम होंगी कीमतें
फिलहाल तो टमाटर आपकी जेब में ऐसे ही सेंधमारी करता रहेगा क्योंकि अगले एक महीने तक इसकी कीमतों में कमी आने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं. मीडिया रिपोर्टस की मानें तो सब्जी व्यापारियों का कहना है कृति अगले एक महीने तक टमाटर के भाव यही रहने वाले हैं इसके बाद धीरे धीरे रेट सामान्य हो जाएंगे. इस समय माल की सप्लाई नहीं हो पा रही है जिसकी वजह से दाम बढ़े हैं. जब आस-पास के गांवो से इसकी सप्लाई शुरू हो जाएगी तो कीमतें अपने आप कम हो जाएंगी.
टमाटर के साथ बाकी सब्जियां भी खा रहीं भाव
ऐसा नहीं है कि बाजार में सिर्फ टमाटर की बादशाहत ही कायम है बाकी सब्जियां भी खूब भाव खा रही हैं. जो धनिया दो सप्ताह पहले 50 रुपए किलो थी वो अब 200 रुपए तक पहुंच गई है. हरी मिर्च की कीमत भी 100 रुपए प्रति किलो को पार करने के लिए आतुर है.
दुनिया को टमाटर देता है भारत
भारत ऐसा देश है जो टमाटर उत्पादन के मामले में चीन के बाद दूसरे पायदान पर खड़ा होता है. नेशनल हॉर्टिकल्चरल रिसर्च एंड डेवलपमेंट के अनुसार भारत करीब 7.89 लाख हेक्टेयर क्षेत्र से लगभग 25.05 टन प्रति हेक्टेयर की औसत उपज के साथ करीब 2 करोड़ टन टमाटर का उत्पादन करता है. चीन 5.6 करोड़ टन उत्पादन के साथ टॉप पर है. भारत में साल 2021-22 में 2 करोड़ टन से ज्यादा टमाटर का उत्पादन हुआ था.
मध्य प्रदेश देश में सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक राज्य है. इसके बाद सर्वाधिक टमाटर उगाने वाले राज्यों में आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा और गुजरात का नंबर आता है.