Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 के दौरान 2,000 वरिष्ठ नागरिकों के लिए संगम स्नान की विशेष सुविधा प्रदान करने की घोषणा की है. यह सुविधा 26 फरवरी को महाकुंभ के समापन तक उपलब्ध कराई जाएगी. सरकार का यह कदम विशेष रूप से राज्य संचालित वृद्धाश्रमों में रहने वाले बुजुर्गों को इस पवित्र आयोजन में भाग लेने का अवसर देने के लिए उठाया गया है.
सरकारी बयान के अनुसार संगम तट पर समाज कल्याण विभाग द्वारा स्थापित विशेष पंडाल में बुजुर्ग और वंचित वर्गों के लिए सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. इसमें राष्ट्रीय चिकित्सा संगठन और भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (ALIMCO) का सहयोग भी शामिल है.
इस महाकुंभ में पहली बार श्रवण कुंभ नामक एक अनूठी पहल की गई है. जिसके तहत श्रवण बाधित लोगों को निःशुल्क चिकित्सा जांच और श्रवण यंत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं. योगी आदित्यनाथ सरकार ने महाकुंभ के इतिहास में पहली बार वरिष्ठ नागरिकों और श्रवण बाधितों के लिए विशेष शिविर स्थापित किए हैं. इन शिविरों में बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. जिनमें निःशुल्क चिकित्सा परीक्षण और श्रवण यंत्र प्रदान करना, आरामदायक आवास और विश्राम की सुविधा और पवित्र संगम स्नान के लिए विशेष व्यवस्था शामिल हैं.
महाकुंभ क्षेत्र में 100 बिस्तरों वाले विशेष आश्रम का निर्माण किया गया है, जहां वृद्धाश्रमों के बुजुर्गों को आरामदायक आवास दिया जा रहा है. यहां से वे महाकुंभ के धार्मिक अनुष्ठानों में भाग ले सकते हैं और संगम स्नान का लाभ उठा सकते हैं. सरकार का लक्ष्य 26 फरवरी तक 2,000 से अधिक बुजुर्ग श्रद्धालुओं को अमृत स्नान की सुविधा देना है. इस बीच, 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) को विशेष स्नान तिथियों पर भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है.
समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने इस पहल पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार राज्य के बुजुर्ग नागरिकों की सुरक्षा, सम्मान और स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है. श्रवण कुंभ पहल यह सुनिश्चित कर रही है कि हजारों वरिष्ठ नागरिक इस पवित्र आयोजन का हिस्सा बन सकें. 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ 2025 में अब तक 35 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं. दो प्रमुख स्नान तिथियां शेष हैं, और सरकार को उम्मीद है कि 26 फरवरी तक यह संख्या 50 करोड़ पार कर जाएगी.