banner

लोकसभा में पेश हुआ वक्फ कानून संशोधन बिल, विपक्ष का जोरदार हंगामा

Parliament Monsoon Session Live Updates: संसद सत्र की शुरुआत से ही इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार कुछ बड़े कानूनों में सुधार कर सकती है. वक्फ कानून उनमें से एक है.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: social media

Parliament Monsoon Session Live Updates: एनसीपी (शरद गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि मेरी सरकार से गुजारिश है कि या तो बिल को वापस ले लिया जाए, क्योंकि वक्फ बोर्ड को चलाने वाले लोगों से कोई सलाह नहीं ली गई है. अगर सरकार इस बिल को वापस नहीं लेना चाहती है तो कम से कम स्टैंडिंग कमेटी के पास भेजा जाए.

बिना किसी सलाह के एजेंडा पुश नहीं किया जाए. यहां हैरानी वाली बात ये है कि हमें सरकार के जरिए बिल के बारे में मालूम नहीं चला, बल्कि मीडिया के जरिए हमें इस संबंध में पता लगा. क्या ये सरकार के काम करने का नया तरीका है. ये संसद और सांसदों का अपमान है. 

'हजारों सिखों को मारने का काम'

जेडीयू सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा कि कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल अल्पसंख्यकों की बात कर रहे हैं. इस देश में हजारों सिखों को मारने का काम किसने किया. सब जानते हैं कि ये कांग्रेस ने किया है. सड़कों पर घूम-घूमकर सिखों की हत्या की थी. इस बिल के जरिए पारदर्शिता आएगी. यही मेरा सबसे आग्रह है. 

'कानून मुस्लिम विरोधी'

जेडीयू सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने बिल का बचाव करते हुए कहा कि विपक्षी सांसदों की बातों से लग रहा है कि ये कानून मुस्लिम विरोधी है. इसमें कौन सा कानून मुस्लिम विरोधी है. यहां पर मंदिर और गुरुद्वारा प्रबंधक का उदाहरण दिया जा रहा है. अगर विपक्ष को मंदिर और संस्था में अंतर नजर नहीं आ रहा है तो ये कौन सा तर्क है. वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता लाने के लिए कानून बनाया जा रहा है. कोई धर्म के नाम पर बंटवारा नहीं हो रहा है. 

Tags :