West Bengal: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज (8 जनवरी) पश्चिम बंगाल में 'छात्र सप्ताह' कार्यक्रम में शामिल हुई. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर हुए हमले को लेकर राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाये जाने को लेकर कहा कि जो भी लोग पश्चिम बंगाल के हालात पर सवाल खड़ा कर रहे हैं , वे राज्य की छवि धूमिल करने का काम कर रहे हैं. इस दौरान बनर्जी ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार कोलकाता को कई सालों से भारत का सबसे सुरक्षित राज्य घोषित किया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि मेरे ऊपर की जा रही आलोचनाओं को लेकर मुझे किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं है, मगर कोई राज्य की छवि को बदनाम करने की कोशिश करेगा तो मैं बिल्कुल भी स्वीकार नहीं करूंगी और उसका विरोध करूंगी. वहीं जो लोग कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़ा कर रहे हैं वे राज्य को बदनाम करने का कार्य कर रहे हैं.
ममता ने आगे कहा कि दिनभर में कई अफवाहें फैलाई जाती है. अगर सुबह कोई घटना होती है तो उसपर पूरे दिन चर्चा होती है. जबकि सकरात्मक खबरों को कम समय दिया जाता है. अगर बंगाल को नकारात्मक रूप से दर्शाया जा रहा है, तो मैं इसे बिना किसी लड़ाई के स्वीकार नहीं करूंगी.
इस दौरान 5 जनवरी को पश्चिम बंगाल में ईडी की टीम पर हुए हमले पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा था "ईडी अधिकारियों पर सत्तारूढ़ सरकार के गुंडों के हमले के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य में कोई कानून-व्यवस्था नहीं है. आज वे घायल हुए, कल उनकी हत्या की जा सकती है. ऐसी बात मेरे लिए आश्चर्य की बात नहीं होगी."
बता दें, कि शुक्रवार (5 जनवरी) को ईडी की टीम पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली गांव में राशन घोटाले के मामले में टीएमसी नेता एसके शाहजहां शेख के आवास पर छापेमारी की प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए पहुंची थी. इस दौरान 200 लोगों की भारी भीड़ ने ईडी की टीम पर हमला कर दिया साथ ही भीड़ ने टीम के साथ आए केन्द्रीय सुरक्षाबलों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की. बता दें कि ईडी की इस टीम में असिस्टेंड डायरेक्टर भी शामिल थे. वहीं हमले में घायल हुए टीम के सदस्यों को कोलकता का स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था.