Parliament Session Adjourned: आज से शीतकालिन सत्र की शुरूआत हो चुकी है. सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन दिया. उन्होंने संबोधन की शुरूआत करते हुआ कहा कि शीतकालिन सत्र की शुरुआत होने जा रही है. उम्मीद करते हैं कि संसद का माहौल भी शीत रहेगा. पीएम मोदी ने इस सत्र को विशेष बताया. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि इस सत्र में सव्सथ चर्चा हो और इसमें ज्यादा से ज्यादा लोग हिस्सा लें.
हालांकि पीएम मोदी ने महाराष्ट्र चुनाव को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जनता को उन्हें (विपक्ष को) बार-बार नकारना पड़ता है. लोकतंत्र की शर्त होती है कि हम जनता की भावनाओं का सम्मान करें और उनकी आशाओं और अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए दिन-रात मेहनत करें. हालांकि पीएम मोदी के ये सब कहने के तुरंत बाद ही सदन में फिर हंगामा हो गया और सत्र को स्थगित कर दिया गया.
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के कुछ सदस्य बहुत जिम्मेदारी से व्यवहार करते हैं. वे भी चाहते हैं कि सदन में काम सुचारू रूप से चले. जिन्हें जनता ने लगातार नकारा है, अपने साथियों की बातों को नजरअंदाज करते हैं. उनकी भावनाओं का अनादर करते हैं और लोकतंत्र की भावनाओं का अनादर करते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया भारत की तरफ बड़ी उम्मीद से देख रही है. संसद के समय का हमारा उपयोग और सदन में हमारा व्यवहार ऐसा होना चाहिए कि इससे वैश्विक स्तर पर भारत को जो सम्मान मिला है, वह और मजबूत हो.
संसद सत्र के शुरू होते ही सभापति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बीच बहस हो गई. सत्र की शुरुआत करते हुए खड़गे ने कहा कि हमारे संविधान के 75 साल पूरे होने वाले हैं. हम उम्मीद करते हैं कि आप सब इसकी मर्यादा रखेंगे. जिसपर खरगे भड़क गए और उन्होंने सभापति को यह कह दिया कि इन 75 सालों में मैने भी 54 साल योगदान दिया है. तो आप मुझे मत समझाएं. इसके थोड़े देर बाद ही विपक्ष अडानी के मामले को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. जिसके बाद सदन को 27 नवंबर तक के लिए स्थिगत कर दिया गया है. हालांकि 26 नवंबर को संविधान स्थापना दिवस मनाया जा रहा. जिसके कारण कल संसद स्थगित कर दिया गया है.