Bengaluru Gang Rape: मध्य बेंगलुरू में एक महिला के साथ कथित सामूहिक बलात्कार और लूटपाट की घटना ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है. इस घटना के बाद विपक्ष ने कांग्रेस सरकार को कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर कटघरे में खड़ा किया, जबकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भाजपा पर तीखा पलटवार किया.
भाजपा की आलोचनाओं का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि क्या भाजपा के कार्यकाल में बलात्कार की घटनाएं नहीं हुई थीं? बलात्कार बिल्कुल नहीं होने चाहिए. महिलाओं को सुरक्षा मिलनी चाहिए, लेकिन कुछ समाज विरोधी तत्व ऐसे अपराध करते हैं. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कानून-व्यवस्था को राजनीति का मुद्दा बनाने का आरोप लगाया.
यह भयावह घटना तब हुई जब पीड़िता जो केआर मार्केट से येलहंका जाने वाली बस का इंतजार कर रही थी. इस दौरान उसने राहगीरों से दिशा-निर्देश मांगे. आरोपियों ने उसे मदद के बहाने गोडाउन स्ट्रीट पर बुलाया और कथित तौर पर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया. घटना के बाद पीड़िता ने बेंगलुरू सेंट्रल महिला पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. मामले की जांच में बेंगलुरु पुलिस ने अब तक दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है. भाजपा नेता और विपक्ष के नेता आर अशोक ने कांग्रेस सरकार को राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल बताया. अशोक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. ऐसा कोई माहौल नहीं है जहां लड़कियां सुरक्षित महसूस कर सकें. मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
इस बीच, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेलगावी जिले में आयोजित ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली में कांग्रेस की गांधीवादी विचारधारा को दोहराया. उन्होंने भाजपा पर गांधीवादी सिद्धांतों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया और ग्राम स्वराज्य के महत्व को रेखांकित किया. सिद्धारमैया ने कर्नाटक में महात्मा गांधी के ऐतिहासिक योगदान को याद करते हुए स्वतंत्रता संग्राम में कांग्रेस पार्टी की भूमिका को उजागर किया. बेंगलुरू की यह घटना न केवल महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है, बल्कि इसे लेकर चल रही राजनीतिक बयानबाजी ने मामले को और तूल दे दिया है. घटना पर चल रही जांच के बीच, यह जरूरी है कि राज्य सरकार कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए.