women: लाल होंठ की दिवानगी पुरानी है, सबसे पहले लिपस्टिक सुमेर सभ्यता में बनी

women: महिलाएं कई ब्यूटी ट्रीटमेंट अपनी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए करती हैं. जबकि बिना किसी मेकअप के लिपस्टिक चेहरे का लुक ही चेंज कर देती है. महिलाएं अपने पर्स में दो चार लिपस्टिक तो लेकर चलती ही है. लिपस्टिक ना केवल ग्लैमरस दिखने में मदद करता है. यदपि पर्सनैलिटी को भी ब्रशअप करने में […]

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women: महिलाएं कई ब्यूटी ट्रीटमेंट अपनी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए करती हैं. जबकि बिना किसी मेकअप के लिपस्टिक चेहरे का लुक ही चेंज कर देती है. महिलाएं अपने पर्स में दो चार लिपस्टिक तो लेकर चलती ही है. लिपस्टिक ना केवल ग्लैमरस दिखने में मदद करता है. यदपि पर्सनैलिटी को भी ब्रशअप करने में योगदान देता है. इसलिए 5 हजार साल पुराना रिश्ता है महिलाओं का लिपस्टिक से. यहां तक की 29 जुलाई की तारीख को लिपस्टिक डे बता दिया गया है.

कीड़ों से लाल रंग

सबसे पहले सुमेर सभ्यता में लिपस्टिक बनी थी. उस समय महिला पुरुष लाल रंग के पत्थर को पीसकर होठों पर लगाया करते थे. बताया जाता है कि मिस्र की रानी क्लियोपैट्रा कैरमाइन बीटल नाम के कीड़ों से लाल रंग लेकर होंठों पर लगाया करती थी. लिपस्टिक महिलाओं की सेक्शुअलिटी में मदद करता है तो, कभी आजादी का प्रतीक बनता नजर आता है. देखते ही देखते ये रीति-रिवाजों का एक हिस्सा भी बन गया.

कमर्शल लिपस्टिक

आपको बता दें कि कमर्शल लिपस्टिक पहली बार फ्रांस में बनी थी. अक्सर देखा जाता है कि लिपस्टिक को लेकर समाज में बहुत नेगेटिव चीजे देखने को मिलती है. लेकिन आज की महिलाएं इसे अपने सिंगार का हिस्सा बना चुकी हैं. वहीं अभिनेत्री फिल्म की शूटिंग के लिए लिपस्टिक का इस्तमाल करती हैं. जबकि अभिनेत्री क्लारा बोउ ने फिल्म से बाहर मैगजीन कवर के लिए लिपस्टिक लगाई थी. जिस कारण से महिलाओं को लिपस्टिक लगाने की ताकत मिली. जानकारी दें कि उस समय पब्लिक प्लेस पर महिलाओं का लिपस्टिक लगाना गुनाह माना जाता था. वहीं लिपस्टिक लगाने से महिलाओं की खूबसूरती दोगुनी हो जाती है.