Bathinda: पंजाब के बठिंडा जिले के अंतर्गत आने वाले बुर्ज महमा गांव में सरकारी अधिकारी से जबरदस्ती पराली जलाने के मामला उफान पर है. बता दें कि इसमें आरोपी दो किसानों को पुलिस नेे गिरफ्तार किया है. वहीं अपने किसान मित्रों की गिरफ्तारी के विरोध में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. इतना ही नहीं भारतीय किसान यूनियन (BKU) के 72 कार्यकर्ताओं को न्यायिक हिरासत में ले लिया गया है.
पंजाब के कई भागों से बीकेयू (BKU) सदस्य बड़ी संख्या में नेहियांवाला पुलिस स्टेशन के बाहर इकठ्ठे हुए थे. वहीं इनकी ओर से अपने नेताओं की तत्काल रिहाई की मांग की जा रही थी. जबकि इस मामले को देखते हुए यूनियन नेता रेशम सिंह यात्री ने बताया कि, जब तक दोनों को पुलिस हिरासत से बााहर नहीं किया जाता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
बता दें कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलनीत खुराना का कहना है कि जिला अधिकारियों ने यूनियन नेताओं के साथ बैठक की है. जिसमें उन्हें आंदोलन खत्म करने की हिदायत दी गई है. साथ ही उन्हें कहा गया है कि संघ कार्यकर्ताओं ने एक अधिकारी को अपना कर्तव्य निभाने से रोका है. वहीं बीकेयू कार्यकर्ताओं का ऐसा आचरण अस्वीकार्य है. इतना ही नहीं पुलिस अधीक्षक गुलनीत खुराना ने कहा कि, हमारी टीमें जिला अधिकारी हरप्रीत सागर के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोपी में 7 विभिन्न किसानों को हिरासत में लेकर छापेमारी कर रही हैं.
आपको बता दें कि पंजाब में बढ़ती पराली जलाने के घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पंजाब सरकार निरंतर प्रयास कर रही है. वहीं इस मामले में बठिंडा के गांव बुर्ज महमा में जिला अधिकारी हरप्रीत सागर अपने मित्रों संग किसानों को पराली ना जलाने के लिए जागरूक करने के लिए गए थे. इस दरमियान किसानों ने जबरदस्ती जिला अधिकारी से खेतों में पहले से रखी पराली में आग लगाने को कहा. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था.