Chandigarh: चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी की वजह से फ्यूल बेस्ड दोपहिया वाहनों के रजिस्ट्रेशन पर आज भी निर्णय आना मुश्किल लग रहा है. वहीं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित के एडवाइजर डॉ. धर्मपाल भी आज रिटायर्ड होने वाले हैं. इसकी वजह से अब एक नए एडवाइजर द्वारा ही इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. जबकि बीते रविवार को दोपहर 2:00 बजे तक पॉलिसी के आधार पर दी गई छूट का कोटा पूरा होने की वजह से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का पोर्टल ऑटोमेटिक बंद हो गया था.
वहीं दोपहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन बंद होने की वजह से चंडीगढ़ का पूरा व्यापारी वर्ग प्रशासन के इस निर्णय का विरोध कर रहा है. जिसमें व्यापारी, उद्योगपति, डीलर्स की ओर से चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ एक बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी चल रही है. जिसके लिए सारे लोगों को इकठ्ठा किया जा रहा है. इससे पूर्व भी बीते 18 अक्टूबर को सेक्टर-9 स्थित चंडीगढ़ के सिविल सेक्रेट्रिएट के बाहर कांग्रेस एवं आप के पार्षदों ने इस पॉलिसी के खिलाफ प्रदर्शन जारी किया था. इसके साथ ही चंडीगढ़ के मेयर व बीजेपी के पार्षद अनूप गुप्ता भी मौके पर उपस्थित थे.
इस पूरे मामले में मेयर अनूप गुप्ता ने बताया कि, पेट्रोल के दोपहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन बंद करना गलत है. जबकि 11 दिन में 1609 दोपहिया वाहन बिक्री से पता चलता है कि, व्यक्तियों को अभी भी इसमें रुझान पेट्रोल के दोपहिया वाहनों की ओर है. इसके साथ ही प्रशासन पहले नागरिकों को इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए जागरूक करें. जिससे कि लोग अपने आप से इलेक्ट्रिक वाहन खरीद सके.
चंडीगढ़ के दो पहिया वाहन डीलरों के पास दिवाली पर खरीददारी करने के लिए लगभग 500 वाहनों की एडवांस बुकिंग हो चुकी है. जिसमें दो दोपहिया वाहन डीलरों को एवं नए वाहन खरीदारों को यह बड़ा झटका लगा है. जबकि अगर इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी में छूट नहीं दी जाती है, तो डीलरों को बुकिंग की रकम वापस देनी पड़ेगी.
दोपहिया वाहनों के एक डीलर ने नाम न छापने की शर्त रखी है. इसके साथ ही उन्होंने चंडीगढ़ में दोपहिया वाहनों की एजेंसियों में लगभग 2500 कर्मचारी कार्य कर रहे हैं. वहीं अगर एक परिवार में औसतन 4 सदस्य हैं, तो लगभग 10000 लोग प्रशासन के इस निर्णय से प्रभावित होंगे. साथ ही कैपिंग में छूट नहीं दी जाती है तो, दिवाली से पूर्व ही दोपहिया वाहन डीलरों को अपने शोरूम बंद करने पड़ेंगे. इस हालत में इन डीलरों को लगभग 2 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. इतना ही नहीं 10000 लोगों की दिवाली भी इस बार काली दिवाली होने वाली है.