Farmers Protest: एमएसपी पर गारंटी पर केंद्र के साथ बातचीत फेल होने के बाद एक बार फिर किसान आज पंजाब-हरियाणा सीमा से अपना दिल्ली चलो विरोध मार्च शुरू करने के लिए भारी संख्या में इकट्ठे हुए हैं. इस दौरान शंभू बॉर्डर पर एक बार फिर से हंगामा मच गया है. दरअसल किसानों ने दिल्ली चलो मार्च का ऐलान किया है जिसके बाद वे दिल्ली की ओर कूच करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं. इस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों को काबू करने के लिए पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस के गोले दागे हैं.
सरवन सिंह पंढेर ने आंदोलन फिर से शुरू करने के मामले पर कहा कि, केंद्र को फसलों के लिए एमएसपी पर कानून लाने के लिए एक दिवसीय संसद सत्र बुलाना चाहिए. हमारी मांग है कि, एमएसपी की गारंटी वाला कानून लाया जाए. उन्होंने आगे कहा कि, अगर पीएम में इच्छाशक्ति हो तो संसद का एक दिन का सत्र बुलाया जा सकता है. कोई भी विपक्षी इसका विरोध नहीं करेगा.
सरवन सिंह पंढेर ने ये भी दावा किया है कि, उनके आंदोलन को रोकने के लिए हरियाणा के गांवों में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा देश ऐसी सरकार को कभी क्षमा नहीं करेगा, हरियाणा के गांवों में अर्धसैनिक बल तैनात है हमने अपराध क्या किया है? उन्होंने आगे कहा कि, हमने प्रधानमंत्री बनाया है हमने कभी नहीं सोचा था कि सेनाएं अत्याचार करेंगी. कृपया संविधान की रक्षा करें और हमें शांतिपूर्वक दिल्ली की ओर जाने दें यह हमारा अधिकार है.
#WATCH आज 'दिल्ली चलो' मार्च पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, "हमने तय किया है कि कोई भी किसान, युवा आगे नहीं जाएगा। सिर्फ नेता शांतिपूर्ण आगे जाएंगे...हम सरकार से आज भी मांग करेंगे कि दिल्ली से बड़ा फैसला करें। आप कहें कि MSP पर गारंटी कानून बनाएंगे, ये आंदोलन अभी खत्म हो… pic.twitter.com/y3KZgjGBxh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 21, 2024
गौरतलब है कि, बीते दिन यानी मंगलवार को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने पंजाब सरकार से कहा कि, वह किसानों को बड़ी संख्या में इकट्ठा होने की अनुमति न दे. इसके अलावा कोर्ट ने ये भी कहा कि, मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार ट्रैक्टर-ट्ऱलियों को राजमार्गों पर नहीं चलाया जा सकता है और कहा कि, किसान बस या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करके दिल्ली जा सकते हैं.
आपको बता दें किसानों द्वारा सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल के लिए एमएसपी पर दालें, मक्का और कपाल खरीदने के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. सरकार के इस फैसले से किसान खुश नहीं है जिसकी वजह से वह फिर से दिल्ली चलो मार्च शुरू करने वाले हैं. भारी संख्या में किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी की ओर कूच करने का इरादा बनाया है.