Golden Temple: पीएम नरेंद्र मोदी को उपहार के तौर पर दिए गए स्वर्ण मंदिर के मॉडल की नीलामी के निर्णय का विरोध होने लगा है. दरअसल SGPC (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ) ने स्वर्ण मंदिर के एक मॉडल की नीलामी को लेकर सरकार के निर्णय पर दुख जताया है. जबकि शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने इसका साफ तौर पर विरोध करते हुए, इसे वापस करने की मांग की है.
वहीं SGPC द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी से इस मॉडल को नीलाम करने के अलावा अपने घर में संरक्षित करने की गुजारिश की है. इसके साथ ही अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने बताया कि, मॉडल कोई साधारण नहीं है. ये भक्ति व सम्मान का प्रतीक है. केवल स्वर्ण मंदिर ही नहीं, कई विभिन्न मॉडल्स को निकाली में नाम दिया गया है. जबकि ये निलामी 31 अक्टूबर, 2023 को पूरी तरह खत्म होने वाली हैं.
SGPC के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने अपने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, “पीएम नरेंद्र मोदी को मिले सम्मान व उपहारों की नीलामी में (सचखंड श्री हरमंदिर साहिब) स्वर्ण मंदिर के मॉडल की नीलामी नहीं की जानी चाहिए. ये कोई साधारण उपहार नहीं किन्तु श्रद्धा व सम्मान का प्रतीक है. मैं प्रधानमंत्री से गुजारिश करता हूं कि, वह श्री हरमिंदर साहिब की मनोदशा को अपने आवास पर रखें.”
उनका कहना है कि मुझे ये जानकर बहुत दुख हुआ कि, सरकार शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति द्वारा माननीय पीएम नरेंद्र मोदी को प्रस्तुत किए गए सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के पवित्र मॉडल की नीलामी होने जा रही है. वहीं इस मॉडल को अकाल पुरख व गुरु साहिबों के उपहार एवं आशीर्वाद के पवित्र प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया गया था. तथा इसकी नीलामी अपमानजनक होगा. इतना ही नहीं सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को अधिक ठेस पहुँचेगा.