Investors in Punjab: निवेशकों के लिए ‘जन्नत’ बना पंजाब, 29 महीनों में हासिल किया रिकॉर्ड निवेश

Investors in Punjab: पंजाब की इंडस्ट्रियल ग्रोथ स्ट्रेटेजी इलाकों के हिसाब से अलग-अलग क्षेत्र पर केंद्रित है. कुल निवेश में से, 30,651 करोड़ रुपये रियल एस्टेट, आवास और बुनियादी ढांचे के लिए आवंटित किए गए हैं.

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Courtesy: Social Media

Investors in Punjab: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब तेजी से निवेशकों के लिए पसंदीदा राज्य के तौर पर स्थापित हो रहा है. पिछले 29 महीनों में, राज्य की प्रमुख पहल, 'निवेश पंजाब' ने 5,265 प्रभावशाली निवेश प्रस्तावों को आकर्षित किया है, जिनकी रकम लगभग 83,857 करोड़ रुपये है. निवेश के इस विशाल प्रवाह से लगभग 3,87,806 नौकरियां पैदा होने का अनुमान है, जो पंजाब को एक उभरती हुई औद्योगिक ताकत के रूप में कायम करेगा.

प्रमुख क्षेत्रों में विविध निवेश

निवेश प्रस्ताव कई प्रमुख क्षेत्रों में फैले हुए हैं, जो पंजाब में आर्थिक विकास और रोजगार को बढ़ावा दे रहे हैं. इन क्षेत्रों में कृषि और फूड प्रोसेसिंग, मेन्युफेक्चरिंग, ऑटोमोटिव और ऑटो कंपोनेंट्स, रसायन और पेट्रोकेमिकल्स, टेक्सटाइल जैसे क्षेत्र शामिल हैं. स्विट्जरलैंड, अमेरिका, जापान और जर्मनी जैसे देशों के योगदान के साथ प्रमुख वैश्विक कंपनियों से निवेश आया है.

यह अंतर्राष्ट्रीय कंपियनों की रुचि पंजाब की एक अनुकूल कारोबारी माहौल के रूप में बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाती करती है. खासकर उन लोगों के लिए जो भारत के बाजार का फायदा उठाना चाहते हैं. निवेश प्राप्त करने वाले इंडस्ट्रीज की विविधता एक मजबूत, बहु-क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था बनाने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को जाहिर करती है.

SAS नगर पहले स्थान पर

पंजाब के जिलों में SAS नगर पहले स्थान पर है, जिसने 24,930 करोड़ रुपये निवेश हासिल किया है. दूसरे नंबर 18,860 करोड़ रुपये के साथ लुधियाना जिला आता है. जबकि अमृतसर ने 5,805 करोड़ रुपये, पटियाला ने 5,190 करोड़ रुपये और फतेहगढ़ साहिब ने 4,981 करोड़ रुपये निवेश के तौर पर हासिल किए हैं. ये जिले प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनने के लिए तैयार हैं जो राज्य की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देंगे.

क्षेत्रवार निवेश का विवरण

पंजाब की इंडस्ट्रियल ग्रोथ स्ट्रेटेजी इलाकों के हिसाब से अलग-अलग क्षेत्र पर केंद्रित है. कुल निवेश में से, 30,651 करोड़ रुपये रियल एस्टेट, आवास और बुनियादी ढांचे के लिए आवंटित किए गए हैं. मेन्युफेक्चरिंग सेक्टर को 7,811 करोड़ रुपये प्राप्त मिले हैं, इस्पात इंडस्ट्री को 6,567 करोड़ रुपये मिले हैं. इसके अलावा 5,754 करोड़ रुपये टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज को मिले हैं. जबकि 7,721 करोड़ रुपये कृषि, फूड प्रोसेसिंग और बेवरेजे़ के लिए तय किए गए हैं.

पंजाब सरकार राज्य में नए औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. 'इन्वेस्ट पंजाब' पोर्टल के माध्यम से उद्यमी एक यूनीक कलर कोड स्टांप पेपर प्राप्त कर सकते हैं, जिससे अप्रूवल प्रोसेस सरल हो जाता है. यह पहल कारोबार को जमीनी इस्तेमाल (CLU), फोरेस्ट परमिशन, प्रदूषण नियंत्रण, फायर सेफ्टी और अन्य रेग्युलेटरी जरूरतों से संबंधित आवश्यक मंजूरी हासिल करने के लिए एक ही फीस का भुगतान करने की अनुमति देती है, जिससे पंजाब कारोबार के हिसाब से बेहतरीन जगह बन जाता है.

पंजाब में निवेश क्यों करें? 

  1. सस्ती बिजली: बिजली की कीमत 5 रुपये प्रति यूनिट है, जिससे संचालन की लागत कम रहती है.
  2. श्रम संबंध: राज्य में मजदूरों के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण है, जिससे बिना किसी रुकावट के कारोबार ठीक ढंग से चलता है.
  3. सरल प्रक्रिया: सरकार की तरफ से मुहैया कराई जा रही सिंगल विंडो क्लियरेंस अप्रूवल को आसान बनाती है, जिससे कारोबार में और आसानी आती है. 
  4. लुभावने प्रोत्साहन: पंजाब निवेशकों को वित्तीय और नीतिगत प्रोत्साहन प्रदान करता है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा मिलता है.
  5. मजबूत बुनियादी ढांचा: राज्य में आधुनिक बुनियादी ढांचा है जो औद्योगिक और वाणिज्यिक विकास को सहयोग करता है.
  6. कुशल कार्यबल: पंजाब में प्रशिक्षित और कुशल कार्यबल मौजूद है, जो इनोवेशन और प्रोडक्टिविटी को बढ़ावा देता है .