Jalandhar: पंजाब में डेंगू के बढ़ते मामले के बीच अब लोगों में वायरल फीवर की शिकायत मिल रही है. वहीं जालंधर के सिविल अस्पताल में लगातार इनके मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही हैं. जबकि अस्पताल की मेडिसन की ओपीडी में प्रत्येक दिन 300- 350 मरीज अपना चेकअप करवाने के लिए पहुंच रहे हैं. जिसमें से 100 से अधिक मरीज वायरल फीवर की चपेट में है.
वहीं डॉक्टरों का कहना है कि, अगर किसी भी व्यक्ति को सर्दी, खांसी और बुखार हो या फिर उसके प्लेटलेट्स कम हो जाए तो जरूरी नहीं कि वह डेंगू ही हो. बल्कि वह वायरल फीवर का भी लक्षण हो सकता है, वहीं कुछ दिन की नियमित दवा का सेवन करने के बाद मरीज ठीक हो जाता है. इसके साथ ही अगर आपके शरीर के जोड़ों में दर्द व तेज बुखार आना डेंगू बीमारी का लक्षण है. अगर इस प्रकार की समस्या किसी के अंदर है तो आप तुरंत अपनी जांच करवाएं.
वहीं अक्टूबर माह में मौसम में अधिक बदलाव देखने को मिल रहा है. इस दरमियान दिन के वक्त धूप अधिक होती है, परन्तु रात का टेंपरेचर कम देखा जा रहा है. जिसके कारण कई लोगों का शरीर बीमारियों का शिकार हो सकता है. जैसे कि वायरल फीवर का होना, जबकि इस पूरे मामले में जानकारी देते हुए मेडिसन विभाग के इंचार्ज डॉ. सुरजीत सिंह ने कहा कि, यह बुखार आपको वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से हो सकता है. जिसके लक्षण हैं उल्टी, शरीर का तापमान बढ़ना, सिरदर्द, कब्ज, जी मिचलाना, बदन दर्द, ठंड लगना आदि.
आपको बता दें कि बच्चों में भी वायरल फीवर के लक्षण करीबन एक जैसे नहीं होते हैं, जो उपरोक्त हिस्सों में बताया गया है. इसके साथ ही वायरल फीवर आमतौर पर 3 दिनों में ठीक होता है, परन्तु इस सीजन में ये 6-8 दिन का समय लेता है. जबकि इस मौसम में हमें पूरे शरीर को ढ़कने वाले कपड़े पहनने की जरूरत है.