Punjab: पंजाब की मंडियों में धान की खरीद बिक्री की शुरुआत हो गई है. वहीं किसान अपनी ट्रॉलियों में धान भरकर मंडियों में भारी मात्रा में पहुंचा रहे हैं. जबकि आज से किसानों को मंडियों में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि, अनाज मंडियों में 10 लाख मजदूरों ने 7 अक्टूबर यानि आज से पंजाब के सारे 1840 अनाज मंडियों में हड़ताल करने का ऐलान कर दिया है.
गल्ला मजदूर यूनियन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि, 1 अक्टूबर से मंडियों में चल रहे कार्य को पूरी तरह से रोक दिया जाएगा. परन्तु इसी के मध्य बोर्ड के अधिकारियों ने गल्ला मजदूर यूनियन के अधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी. मीटिंग में मजदूरों की परेशानियों पर विशेष चर्चा की गई थी. जिसके बाद से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है. जिसमें मजदूर हड़ताल के दरमियान अपने परिवारों को भी मंडियों में लेकर पहुंचेंगे. इसके साथ ही सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा.
यूनियन के राज्य प्रधान राकेश कुमार तुली का कहना है कि, मजदूरों की दिक्कतों को लेकर कई बार बोर्ड के उच्चाधिकारियों से अहम बैठक की जा चुकी है. परन्तु तकलीफ इस बात की है कि, बड़े अधिकारी सारी बातें जानते हुए भी कुंभकर्णी की नींद में सोए हुए है, वहीं मजदूरों का लगातार हनन कर रहे हैं. जबकि इसको देखते हुए मजदूरी में प्रति नग 25 रुपए बढ़ोतरी तय मानी जा रही है. इसके साथ ही उनकी मंडी बोर्ड से मांग है कि लोडिंग की मजदूरी कम से कम 5 रुपए बोरी कर दी जाए. वहीं इसके बाद अलावा फार्म सिस्टम के आधार पर मजदूरी किसानों से काट कर बाद में किसानों के खाते में पैसे डाल दिए जाएं.