Punjab Assembly Session: पंजाब विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र की आज से शुरूआत होने वाली है. वहीं राज्यपाल द्वारा विधानसभा सत्र की इजाजत न देने से राज्य की राजनीति पर काफी असर देखने को मिल रहा है. जबकि विधानसभा सत्र के दरमियान विपक्ष भी आम आदमी पार्टी (आप) पर तंज कसता नजर आएगा. इसके साथ ही विपक्षी दल सतलुज यमुना लिंक नहर, राज्य के ऋण एवं कानून-व्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य की सरकार को घेरेगा. वहीं ये साफ है कि, सत्र के दरमियान जोरदार हंगामें होंगे.
वहीं राज्यपाल की ओर से ये बयान आया है कि, ये विधानसभा सत्र पूरी तरह से अवैध है. उन्होंने कहा कि, सत्र के समय कोई भी विधायी कार्य गैर कानूनी होगा. इसके साथ ही कहा कि, सीएम मान को अब अनिश्चित रास्ते पर आगे जाने के वजाय शीतकालीन और मानसून सत्र बुलाने की जरूरत थी. जबकि इस विवाद के उपरांत भी सीएम भगवंत मान की सरकार आज विधानसभा सत्र आयोजित करने जा रही है.
जानकारी दें कि, विधानसभा सत्र के बारे में पहले भी राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित व सीएम भगवंत मान के मध्य वार-पलटवार हो चुका है. वहीं 19 से 20 जून को बुलाए गए विधानसभा सत्र के कारण ये विवाद बढ़ा था. जिसको राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने असंवैधानिक बताया था. साथ ही इस दरमियान पारित बिलों का कानूनी उल्लंधन कहा था.
पंजाब में सतलुज यमुना लिंक नहर को लेकर विवाद चल रहा है. वहीं बीते 4 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने के बाद राजनीतिक बढ़ा. क्योंकि अदालत ने केंद्र सरकार को पंजाब में उस भाग की भूमि का सर्वे करने के निर्देश दिए हैं, जिसे नहर निर्माण के लिए राज्य के भाग के आधार पर आवंटित किया गया था.