Jalandhar: पंजाब के जालंधर के संगरूर में तैनात अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित डीएसपी दलबीर सिंह की लाश सोमवार को बस्ती बाबा खेल नहर के पास सड़क पर मिली. इसके बाद इलाके में हरकम्प मच गया. उनके सिर पर चोट का निशान था और गर्दन पर गोली फंसी हुई थी. इसके साथ ही उनका सर्विस रिवॉल्वर भी गायब बताया जा रहा है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
डीएसपी का शव मिलने के बाद न सिर्फ आम लोगों में बल्कि पुलिस महकमें में भी हरकम्प मच गया. इलाके के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले ही जालंधर के ही एक गाँव में कुछ लोगों के साथ डीएसपी दलबीर सिंह की लड़ाई हो गई थी. ये लड़ाई इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि इस दौरान डीएसपी ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर निकाल कर गोली चला दी थी. हालांकि अगले ही दिन गाँववालों से उनकी सुलह भी हो गई थी. मामले की जांच में जुटी पुलिस ने कहा है कि वो हर एंगल से इस केस की तहकीकात करेंगे.
पंजाब के जालंधर के ADCP बलविंदर सिंह रंधावा ने जानकारी दी कि किसी ने पुलिस को फोन करके सूचना दी कि बस्ती बाबा खेल के पास अज्ञात लाश पड़ी हुई है. इस जानकारी के बाद जब पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची तो उन्हें पता चल कि शव संगरूर डीएसपी दलबीर सिंह की है.
प्रथम दृष्ट्या उनके शरीर और सिर पर चोट के निशान देखने को मिले. हालांकि पहले पुलिस इसे एक सड़क हादसा मान रही थी लेकिन जब पोस्टमार्टम हुआ तो कुछ और ही खुलासा हुआ. पोस्टमार्टम में डीएसपी की गर्दन में गोली फंसी हुई मिली, जिसके बाद उनकी हत्या का मामला दर्ज किया गया.
संगरूर डीएसपी की हत्या को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. बताया जा रहा है कि घटना के समय डीएसपी के सुरक्षा गार्ड उनके साथ मौजूद नहीं थे. पुलिस इसके कारण का पता लगा रही है. पुलिस डीएसपी के परिवार वालों के साथ ही उनके दोस्तों से भी पूछताछ कर रही है.
डीएसपी के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि 31 दिसम्बर की रात उन्होंने नए साल की पार्टी के बाद डीएसपी दलबीर सिंह को बस स्टैंड के पीछे छोड़ा था. इसके बाद अब पुलिस बस स्टैंड के आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है.