Punjab: पंजाब के शिक्षा विभाग को ये जानकारी मिली कि उन्होंने वित्तीय साल में करीब 23,700 छात्रों के बैंक खाते में प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति की राशि किसी में दो बार तो किसी में तीन बार जमा किया है. वहीं जिसके बाद वह खुद मुसीबत के घेरे में है. जबकि सरकार ने अब शिक्षकों से पूरे छात्रों की बैंक पासबुक की जांच करके पैसे की वसूली करने का आदेश दिया है.
वहीं छात्रवृत्ति (सहायक निदेशक) के जारी एक पत्र के मुताबिक जिसकी एक प्रति इंडियन एक्सप्रेस के समीप है. इसके साथ ही भारत सरकार के सार्वजनिक वित्त प्रबंधन प्रणाली पोर्टल में टेक्निकल गड़बड़ी के कारण 23,001 विद्यार्थी बेरोजगार हो चुके हैं. जिसके बाद पता चला कि, गलती से दोगुनी राशि जमा कर दी गई है, और 694 के दूसरे बैच को तीन गुना राशि दी जा चुकी है.
हर छात्र को 3500 रुपये देने थे, जिसके आधार पर राज्य सरकार के 1400 रुपये एवं केंद्र का 2100 रुपये मौजूद थी. परन्तु राज्य को अपने भाग के 3.41 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि भुगतान करनी पड़ी. जबकि विद्यालय प्रमुखों को पासबुक में 1,400 रुपये की दोहरी व तिगुनी प्रविष्टियों की जांच करने का आदेश दिया गया है.
वहीं आदेश में कहा गया है कि, जिला शिक्षा अधिकारियों को ये सुनिश्चित करने की जरूरत है कि सारे विद्यालयों में प्रिंसिपल छात्रों से राशि की वसूली करें, साथ ही आने वाले 20 अक्टूबर तक वापस जमा करने का प्रयास करें. इसके साथ ही शिक्षकों को हर लाभार्थी की बैंक पासबुक की भी जांच करवानी होगी, जो कि छात्रवृत्ति राशि की दोहरी व तिगुनी राशि को बताता है.