Punjab: पंजाब में राष्ट्रीय संयुक्त किसान मोर्चा के कहने पर लखीमपुर हत्याकांड मामले में इंसाफ नहीं मिलने के कारण 33 किसान जत्थेबंदियों ने पंजाब में 100 से ज्यादा स्थानों पर केंद्र सरकार के पुतले जलाकर गुस्सा जाहिर कर प्रदर्शन करते नजर आए. इस दरमियान किसानों ने मरने वाले किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करके मांग करते हुए कहा कि, पीड़ित किसानों को जल्द से जल्द इंसाफ मिलना चाहिए, नहीं तो संघर्ष इसी प्रकार से जारी रहेगा.
आपको बता दें कि 2 वर्ष पूर्व 5 किसानों को गाड़ी के नीचे कुचल कर मार दिया गया था. वहीं इस घटना के आरोपियों को अब तक सजा नहीं मिली है. इसके बावजूद किसानों के दर्ज केस को रद्द कर दिए गए हैं. उनका कहना है कि, शहीद किसानों के परिवार वालों को सरकारी नौकरी भी मिलनी चाहिए. इसके साथ ही घायलों को इलाज का खर्च भी दिया जाए, वहीं सूबा प्रधान सुखविंदर सिंह सभरा के नेतृत्व में किसानों ने 11 जिलों सहित 105 स्थानों पर अपना आक्रोश दिखाया.
अजय मिश्रा टेनी के आपत्तिजनक दिए गए बयान के बाद इसके विरोध में किसानों ने बीते दिन तिकोनिया में अपना गुस्सा जाहिर करते हुए प्रदर्शन किया था. बता दें कि मिश्रा ने साल 2021 के 25 सितंबर को एक सभा में मंच से एक धर्म विशेष के किसानों को लखीमपुर खीरी से भगाकर बाहर निकालने की धमकी दी थी, जो कि एक असंवैधानिक कार्य था. जिसके बाद देश भर में इसके खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किए गए थे.
इस दरमियान मौके पर किसान नेता लाला डायरेक्टर, सरफुद्दीन, देवी सिंह लंबा, रमनलाल पंखिया, गोबिंद राम, किशन चंद शर्मा, दरियाब सिंह, भागीरथ बैनीवाल, डॉ. रघुबीर सिंह, बीर सिंह दलाल,गजराज घोड़ी, बिधू सिंह, श्रीचंद महाशय, हुक्मसिंह, राजपाल नंबरदार, रमेश चंद, मोहन, बलजीत शास्त्री, ताराचंद, राजेंद्र सरपंच, श्रीपाल, चंद्रमुनि आर्य, अछेलाल, मास्टर महावीर, रूपराम तेवतिया, उदय सिंह उपस्थित थे.