Punjab: पंजाब में कांग्रेस के पूर्व विधायक कुलबीर सिंह जीरा को फिरोजपुर की पुलिस ने आज सुबह 5 बजे उनके ही घर से अपनी हिरासत में ले लिया है. वहीं सुबह सोने के दौरान ही पुलिस की टीम ने उन्हें उठा लिया है. दरअसल उनके ऊपर बीडीपीओ कार्यालय पर धरना करवाने एवं सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है. जिसको लेकर जीरा आज खुद दोपहर 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद पुलिस को गिरफ्तारी देने की बात कहे थे.
ब्लाक विकास और पंचायत अफसर जीरा ने बीते दिनों पूर्व पुलिस को एक लिखित शिकायत देकर बताया कि पूर्व कांग्रेस के विधायक कुलबीर सिंह जीरा ने अपने 80 समर्थकों संग मिलकर सरकारी दफ्तर के बाहर धरना दे रहा हैं. इतना ही नहीं जबरदस्ती दफ्तर के अंदर आ गया. इसके बाद दफ्तर में कर्मचारियों के कमरों में ताला लगा दिया. जहं सरकारी रिकार्ड के साथ कई फाइलें मौजूद थी, उम्मीद है कि प्रदर्शनकारियों ने सरकारी दस्तावेजों के साथ छेड़खानी की है. वहीं उनके द्वारा सरकारी कार्यों में बाधा डाला गया है.
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने बीडीपीओ जीरा की दी शिकायत पर पूर्व कांग्रेस के विधायक के साथ जिला कांग्रेसी कमेटी के प्रधान कुलबीर सिंह जीरा सहित कुल 80 व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. परन्तु पुलिस ने अब तक किसी भी एक प्रदर्शनकारी को हिरासत में नहीं लिया है.
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलबीर सिंह जीरा ने बताया था कि, वे केवल सरपंचों को इंसाफ दिलवाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, जिसके लिए बीडीपीओ के दफ्तर के बाहर धरना दिया गया था. उनका कहना है कि मैं पंजाब की भगवंत मान सरकार के इस फैसले को स्वीकार करता हूं. आगे कहा कि आने वाले 17 अक्तूबर को धन-धन बाबा बुढ़ा साहब के दर्शन करने उपरांत ही मैं फिरोजपुर में पत्रकारों संग अपनी बात रखकर (आप) आम आदमी पार्टी के सरकार के विधायक और विभिन्न वर्करों के अतिरिक्त कई अफसरों की पोल खोलने के बाद ही पुलिस को गिरफ्तारी दूंगा.