Punjab News: गुरुवार (14 सितंबर) को दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान अमृतसर पहुंचे और इंडस्ट्रलिस्टों के साथ मुलाकात की. 12 बजे शुरु हुई बैठक में पहले इंडस्ट्रलिस्टों (बिजनेसमैन) की समस्याएं सुनी गई फिर उसके बाद अमृतसर और बॉर्डर एरिया की इंडस्ट्री के लिए कुछ नई घोषणा भी की गई है.
बिजनेस मैन से बैक करने बाद सीएम मान ने इंडस्ट्री के लिए नई घोषणाएं करते हुए चीफ सेक्रेटरी अनुराग वर्मा को बॉर्डर एरिया को आईडेंटिफाई करते हुए रिकॉर्ड में अपडेट की बात कही है. सीएम मान ने नहरी विभाग सेक्रेटरी कृष्ण कुमार को नहरी पानी इंडस्ट्री तक पहुंचने के लिए निर्देश भी दिए हैं. इस दौरान सीएम मान ने कहा कि, इंडस्ट्री अन्नदाता है. अगर इंडस्ट्रलिस्ट विश्वास प्रकट करती है तो इससे बड़ा इनाम कोई नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि, इंडस्ट्रलिस्ट तभी विश्वास करता है जब राज्य करप्शन मुफ्त हो और लॉ एंड ऑर्डर परफेक्ट हो. इंडस्ट्रीलिस्ट हमेशा चाहता है कि उसे टैक्स का दाता कहा जाए ना कि चोर.
पंजाब में 1500 करोड़ रुपये उद्योगपति करेंगे निवेश- सीएम मान
सीएम मान ने बिजनेसमैन को संबोधित करते हुए कहा कि, देश के प्रमुख उद्योगपति पंजाब में 1500 करोड़ रुपये निवेश करने को तैयार है. वहीं अगले कुछ वर्षों में 50 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा. उन्होंने आगे कहा कि, अमृतसर को टूरिस्ट हब बनाने के लिए शहर में ई-बस, शटल बसें चलाने का फैसला किया गया है. आप सुप्रीमो एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान की मौजदूगी में हो रही इस बैठक में विभिन्न उद्योगपत एसोसिएशन तथा व्यापार मंडल ने दोनो मुख्यमंत्रीयों के समक्ष अपनी मांग रख रहे हैं.
निवेश की आड़ में MOU पास करने की प्रक्रिया को केजरीवाल ने बताया नौटंकी-
वहीं आप सुप्रीमो व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए MOU पास करने की प्रक्रिया को नौटंकी करार दिया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 2-3 लाख करोड़ रुपये के MOU साइन करने की घोषणाएं नाटक मात्र हैं. केजरीवाल ने कहा कि, सरकार ऐसा करके सिर्फ पब्लिसिटी बटोर रही है. यह सब फर्जी MOU है. वास्तव में सरकार और अडानी जैसों के साथ एक भी MOU लागू नहीं होता है. न इससे कोई जॉब मिलती है और न रोजगार और ना ही एक पैसा इन्वेस्ट होता है.
सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि, निवेश का तरीका पंजाब सरकार का है. सीएम भगवंत मान ने भारतीय निवेशकों से वन टू वन टॉक कर 50 हजार करोड़ से अधिक निवेश लाने में सफलता अर्जित की है. यह निवेश वास्तिव है इसमे न MOU हुआ है बल्कि टाटा स्टील और अन्यों ने पंजाब में निवेश करना शुरू किया है. उन्होंने प्रदेश में सभी सरकारी स्कूल ऑफ एमिनेंसी में तब्दील करने का घोषना किया है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि, इन स्कूलों में ऐसी शिक्षा प्रदान की जाएगी कि यहां बैठे उद्योगपति भी अपने बच्चे को इसमें पढ़ाने के लिए मजबूर हो जाएंगे, और अगर ऐसा नहीं हुआ तो पंजाब सरकार के होने का कोई फायदा नहीं है.