Punjab Politics: पंजाब सीएम ने हाल ही में विपक्षी दलों को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि, जिसको भी जो समस्या है वो मेरे से आकर बात करें. वहीं इस चुनौती को विपक्षी ने स्वीकार भी कर लिया है. उसके बाद सीएम मान बहस के लिए 1 नवंबर को हॉल भी बुक कर लिया है. इस बीच खबर आ रही है कि. अकाली दल के नेता इस बहस में हिस्सा नहीं लेंगे.
दरअसल, syl मामले में पंजाब को सुप्रीम कोर्ट से फटकार मिलने के बाद प्रदेश में राजनीतिक सियासत गरमाई हुई है. वहीं आम आदमी पार्टी के खिलाफ विपक्ष ने मोर्चा खोला हुआ है. वहीं पंजाब सरकार भी अपने बचाव में इतिहास से दस्तावेज निकाल कर लोगों के सामने रख रही है.
सतलुज यमुना लिंक नहर मामले पर इन दिनों पंजाब में राजनीतिक बयान बाजी देखने को मिल रही है. आम आदमी पार्टी पंजाब ने इस मामले पर शिरोमणि अकाली दल को घेरते हुए गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि, पंजाब में सील की न्यू प्रकाश सिंह बादल और हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवीलाल ने मिलकर रखी. दोनों नेताओं के बीच इसके लिए डील भी हुई थी.
पंजाब आप के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि, पंजाब के भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़, पंजाब सीएम भगवंत मान द्वारा आमंत्रित बहस से पीछे हट गए हैं. कंग ने कहा कि. शिअद के नेता कुछ दिन पहले चंडीगढ़ की सड़कों पर ड्रामा करते हुए कह रहे थे कि वे पंजाब के पानी की एक बूंद भी बाहर नहीं जाने देंगे और syl नहर का निर्माण भी नहीं होने देंगे.
शिरोमणि अकाली दल के नेता शिअद ने कंग के इस बयान पर कहा कि,मुख्यमंत्री भगवंत मान अब syl नहर के जरिए रावी-बयान का पानी हरियाणा को देने के उद्देश्य से केंद्रीय सर्वेक्षण को सफल बनाने के लिए कांग्रेस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.अकाली दल के नेता शिअद ने आगे कहा कि, मुख्यमंत्री यह सब कुछ आम आदमी पार्टी के संयोजक के कहने पर हो रहा है.