Punjab: पंजाब में जिस प्रकार से स्वास्थ्य के मामले में कायाकल्प सरकार के द्वारा किया गया है. बता दें कि ये बदलाव मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में राज्य में की गई है. दरअसल सरकार की इन कोशिशों को उस वक्त वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त हुई, जब राज्य के आम आदमी क्लीनिकों ने केन्या की राजधानी नैरोबी में 14- 16 नवंबर तक आयोजित होने वाले ग्लोबल हेल्थ सप्लाई चेन सम्मेलन में पहला इनाम प्राप्त किया.
वहीं सीएम भगवंत मान का कहना है कि, पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की दवा प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचा. वहीं पंजाब को इस एक अध्ययन के लिए पहला इनाम हासिल हुआ है. उनका कहना है कि, इस कॉन्फ्रेंस में करीब 85 देशों ने भाग लिया एवं 4 देशों ने अपने दस्तावेज दाखिल किए हैं. परन्तु पंजाब सरकार के दस्तावेज को अंतिम पेशकारी के लिए चुना गया है. मान ने बताया कि राज्य सरकार ने आम आदमी क्लीनिकों की सफलता की कहानी जाहिर कि और बताया कि, कैसे पंजाब सरकार ने प्राथमिक स्वस्थ्य देखभाल सुविधाओं में तेजी से बदलाव किया है. साथ ही मानक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं भी दी है.
सीएम का कहना है कि, पंजाब की विजेता एंट्री में विज्ञान पर समस्याओं के हल के लिए सुपर पोजीशनिंग, नवीन समाधान, राजनीतिक इच्छा शक्ति जिस प्रकार से स्वास्थ्य देखभाल के रूप में कायाकल्प के लिए भरपूर सहयोग किया है. जबकि प्राइवेट क्षेत्र के साथ सहयोग व सुधारों के लिए स्पष्ट चित्र को दर्शाया है. वहीं उनका कहना है कि, इस सम्मेलन के भागीदार देशों ने अपनी इच्छा रखी है कि वह पंजाब आकर आम आदमी क्लीनिक देखने के इच्छुक हैं. इतना ही नहीं वह यह बात समझना चाहते हैं कि कैसे मरीजों को बिना किसी खर्च के उनके घरों के नजदीक 84 दवाएं एवं 40 क्लीनिकल टेस्ट किए जाते हैं. दरअसल हिस्सेदार देश इस बात से भी हैरान थे कि किस प्रकार से सारे आम आदमी क्लीनिक आईटी से लैस हैं. साथ ही रजिस्ट्रेशन, डॉक्टर की सलाह, टेस्ट व दवाएं पूरी तरह डिजिटल हैं.