Punjab: पंजाब सरकार विधानसभा को पेपरलेस बनाने की तैयारी में लग गई है. इसको देखते हुए दिशा में आज से विधानसभा के अंदर दो दिवसीय ट्रेनिंग वर्कशॉप आयोजित की जाएगी. जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत मान सुबह लगभग 11 बजे से राष्ट्रीय ई-विधान एप्लिकेशन सम्मेलन-सह-कार्यशाला का उद्घाटन करने वाले हैं. इस दरमियान विभिन्न मंत्री एवं विधायक भी उपस्थित रहने वाले हैं.
पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि आने वाले सत्र की पूरी कार्रवाई कागज रहित होने वाली है. दरअसल बात ये है कि राज्य सरकार विधानसभा को डिजिटल करने की पूरी प्रक्रिया करीबन पूरा कर चुकी है. जिसमें बिना दस्तावेजों के किस प्रकार सदन की कार्रवाई की जाएगी एवं किस तरह से डिजिटली कार्य संचालन होगा, इसके बारे में आज दो दिवसीय ट्रेनिंग के दरमियान बताया जाएगा.
प्रत्येक वर्ष करोड़ रुपए के कागज एवं विभिन्न खर्च की बचत पंजाब विधानसभा के पेपरलेस हो जाने से उपभोग होने वाला हर साल करीबन करोड़ रुपए का कागज एवं विभिन्न दस्तावेज के खर्च में बड़ी बचत होगी. वहीं मीडिया के लिए भी उनकी सीटों पर टैब लगा दिए जाएंगे. इसके साथ ही डिजिटल तरीके से सामग्री पंजाबी भाषा व अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध होने वाली है.
पंजाब विधानसभा को पेपरलेस बनाने का सिलसिला वर्ष 2017 से पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के वक्त में ही जारी कर दिया गया था. परन्तु कई रुकावटों के कारण इस कार्य को पूरा नहीं किया गया था. वहीं केंद्र सरकार की योजना के मद्देनजर पूरे देश की सारी विधानसभाओं को नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन के तहत पेपरलेस बनाना ही उद्देश्य है. इसके अनुसार केंद्रीय एजेंसियों द्वारा ही संबंधित विधानसभाओं को डिजीटल उपकरण और विभिन्न सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी.
सीएम भगवंत मान ने ऐलान किया हैं कि पंजाब विधानसभा का दूसरा बजट सत्र पेपरलेस रहेगा. जिससे कि सरकारी खजाने के लगभग 21 लाख रुपये की बचत की जाएगी, साथ ही 34 टन कागज बचने वाला है. जिसके लिए 834 पेड़ों की कटाई की जाती है. वहीं टेंडर नहीं लेने के कारण इस प्रोसेस में देरी हुई है.
पंजाब विधानसभा में 164 कंप्यूटर, 10 एलईडी टीवी सेट, 152 टच स्क्रीन टैब, 24 लेपटॉप, 119 टैबलेट की जरूरत बताई गई है. प्रत्येक सदस्य के पास एक मल्टीपर्पज टचस्क्रीन पैनल व इस पर विधानसभा संबंधी सारी जानकारी प्राप्त होगी. सदस्यों को पैनल में बजट, जवाब, सवाल, भाषण आदि मिलने वाले हैं. साथ ही ई-वोटिंग प्रक्रिया में भाग लेने का मौका भी मिलेगा. इसके साथ ही वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा भी दी जाएगी.