Raghav Chadha: राघव चड्ढा ने अपने सरकारी बंगला को खाली करने को लेकर कहा कि, भारतीय जनता पार्टी का जब मन करता है सांसद को सस्पेंड कर देता है जब मन चाहा किसी सांसद का घर छीन लिया और जब चाहा विपक्ष के नेता को पकड़ कर जेल में डाल दिया.
उन्होंने आगे कहा कि, देश में लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा हो गया है, उससे देश को बचाने के लिए लड़ाई लड़नी होगी. चड्ढा ने कहा कि देश को बचाने के लिए चाहे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़े या फिर सुप्रीम कोर्ट का हम देश को बचाने के लिए अंत तक लड़ेंगे और इसके लिए मैं एक नहीं 10 नहीं ऐसे 100 घर कुर्बान करता हूं.
राघव चड्ढा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैं अपने निलंबन को भी लेकर लड़ूंगा और अपने सरकारी आवास को लेकर जो कार्रवाई की जा रही है, उसको लेकर भी मैं अपनी लड़ाई जारी रखूंगा और हर प्लेटफॉर्म पर अपनी आवाज बुलंद करके बीजेपी की तानाशाही के खिलाफ अपनी बात रखूंगा.
राघव चड्ढा ने कहा कि ये घर मुझे राज्यसभा सचिवालय ने दिया था. मैंने सचिवालय से इस घर को जोर जबरदस्ती से नहीं लिया था. जिस तरह सभी सांसदों को निवास स्थान दिया जाता है, वैसे ही मुझे भी दिया था. शायद संसद भवन में मेरी मुखर आवाज और मेरे भाषणों से परेशान होकर मुझे संसद से निलंबित कर दिया गया और अब मेरा मकान छीनने की कोशिश की जा रही है.
बीजेपी पर निशाने साधते हुए उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी से बस इतना कहना चाहता हूं कि मैं डरने वाला नहीं हूं. मैं शहीद भगत सिंह का चेला हूं. अंत तक तुम्हारे अन्याय के खिलाफ लड़ूंगा और इसके लड़ाई में 1 नहीं 100 घर कुर्बान करने पड़ें तो मैं सौ के सौ घर कुर्बान कर दूंगा.
आपको बता दें कि, राघव चड्ढा ने राज्यसभा से निलंबन के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. इसके अलावा उन्होंने सरकारी बंगला खाली करने का आदेश देने वाले ट्रायल कोर्ट के फैसले को भी दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है. 3 सितंबर 2022 को राघव चड्ढा को राज्यसभा कोटे से पंडारा रोड पर टाइप-7 बंगला नंबर AB-5 अलॉट किया गया था. वे 9 नवंबर 2022 को इस बंगले में शिफ्ट हो गए थे.