Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज फिर गोल्डन टेंपल पहुंचे. गुरुद्वारा में पहुंचने के बाद सबसे पहले उन्होंने गुरु साहिब दरबार में माथा टेका और उसके बाद लंगर घर में जाकर महिलाओं के साथ सब्जी काटी और उसके बाद जूठे बर्तन भी धोएं. और उसके बाद हॉल में श्रद्धालुओं को लंगर बांटे. हालांकि राहुल गांधी को ये सब करते देख सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी SGPC ने उन पर सवाल उठाया है.
SGPC जनरल सेक्रेटरी गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि, सिख मर्यादा के अनुसार इस घर में कोई भी आ सकता है. उन्होंने आगे कहा कि, राहुल गांधी ने यहां सेवा की है इसलिए उसे देग दी गई है लेकिन उनकी सेवा को पश्चाताप कहना गलत होगा. है. SGPC जनरल सेक्रेटरी ने कहा कि, उन्हें यहां आकर कहना था और उन्होंने नहीं कहा वे राजनीति थी.
ग्रेवाल ने कहा कि राहुल गांधी उस परिवार का हिस्सा है जिनकी दादी ने श्री अकाल तख्त साबिह को गिराया और पिता ने दिल्ली में सिखों का कत्लेआम किया. लेकिन श्री अकाल तख्त साहिब पूरी बुलंदी पर खड़ा है. 40 साल से जख्म वैसा का वैसा ही है. उनकी इस सेवा को पश्चाताप नहीं कहा जा सकता है.
ग्रेवाल ने आगे कहा कि, उनके पिता राजीव गांधी को मारने वाली नलनी को मिलने के लिए प्रियंका जेल में जा सकती है लेकिन क्या राहुल गांधी विधवाओं की बस्ती में गए हैं. जहां दिल्ली में कत्लेआम हुआ था. उन्होंने ये भी कहा कि, सिख सिर्फ 2 प्रतिशत है और नलनी हिंदू थी और उनका वोट बैंक राहुल गांधी को चाहिए. राहुल गांधी ने कभी बोला कि उनके साथ कुर्सियों में बैठने वाले माकन व जगदीश टाइटलर आदि कातिल है. इसलिए राहुल गांधी का सेवा करना ना राजनीति है और ना ही पश्चाताप है.