SYL: पंजाब की राजनीति अभी गरमाई हुई नजर आ रही है. एसवाईएल (सतलुज-यमुना लिंक) नहर के निर्माण के कारण बीते दिन सुप्रीम कोर्ट की तरफ से की गई टिप्पणी से पंजाब की राजनीति पूरी तरह से गड़बड़ा गई है. वहीं मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के आवास पर आज पंजाब के बड़े अधिकारियों की विशेष बैठक बुलाई गई है.
वहीं सीएम इस दरमियान एसवाईएल के मुद्दे पर विशेष चर्चा करके रणनीति बनाई जाएगी. अगर सुत्रों की माने तो, सरकार विधानसभा का स्पेशल सेशन बुलाने की तैयारी में लग गई है. यदपि 9- 10 अक्तूबर को सेशन बुलाने की बात सामने आई है. वहीं इसी बैठक में पंजाब के एजी के बारे में भी रणनीति बनाई जाएगी.
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के उपरांत आम आदमी पार्टी (आप) ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर बताया कि, एसवाईएल पर पंजाब सरकार का रास्ता साफ है. इसके साथ ही पंजाब एक बूंद भी ज्यादा पानी दूसरे राज्यों को नहीं देने की हालात में है. यदपि पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने बताया कि, 50 वर्ष पहले पंजाब में जो पानी की स्थिति देखी गई थी, वह अब नहीं है. जबकि आज पंजाब खुद पानी की दिक्कतों से गुजर रहा है. पिछले दिनों नॉर्थ जोन काउंसिल की बैठक के दौरान सीएम ने यह बात बताई थी कि, पंजाब दूसरे राज्यों को अधिक पानी नहीं दे पाएगा.
पंजाब बीजेपी के प्रधान सुनील जाखड़ ने बताया कि, पंजाब के पास किसी को देने के लिए एक बूंद पानी नहीं बची है. जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा ने बताया कि, इस बड़ी समस्या के चलते सीएम भगवंत मान को तुरंत सर्वदलीय बैठक करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि, इस मुद्दे पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर रणनीति बना लेनी चाहिए.