Valmiki Jayanti: CM भगवंत मान ने दी वाल्मिकी जयंती की बधाई, वाल्मीकि का जन्म वरुण से हुआ

Valmiki Jayanti: पंजाब के सीएम भगवंत मान ने महर्षि भगवान वाल्मिकी जयंती पर सारे देशवादियों को बधाई दी है. बता दें कि, महर्षि भगवान वाल्मिकी जयंती हर साल 28 अक्टूबर के दिन मनाया जाता है. उन्होंने कई ग्रंथों की रचनी की. जिसमें सबसे अहम है, महाकाव्य रामायण. इस ग्रंथ की मदद से संसार को ये […]

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Valmiki Jayanti: पंजाब के सीएम भगवंत मान ने महर्षि भगवान वाल्मिकी जयंती पर सारे देशवादियों को बधाई दी है. बता दें कि, महर्षि भगवान वाल्मिकी जयंती हर साल 28 अक्टूबर के दिन मनाया जाता है. उन्होंने कई ग्रंथों की रचनी की. जिसमें सबसे अहम है, महाकाव्य रामायण. इस ग्रंथ की मदद से संसार को ये पता चल पाया कि, किस प्रकार से भगवान राम ने संसार में अपनी लीला दिखाई. इसमें प्रभु राम के जीवन की हर घटना का पूरा व्याख्यान किया गया है.

सीएम ने किया ट्वीट

दरअसल सीएम मान ने अपने ट्वीटर पर ट्वीट करते हुए लिखा कि “महर्षि भगवान वाल्मिकी को उनकी जयंती पर हार्दिक बधाई. भगवान जी की शिक्षाएं सदियों से पूरी मानवता को प्रेरणा देती रही हैं.आइए उनकी शिक्षाओं का पालन करें और सामाजिक सुधार में योगदान दें.” बता दें कि इस विशेष यानि 28 अक्टूबर को वाल्मिकी जयंती मनाई जाती है. जिसे प्रगट दिवस भी कहते हैं. आज का पावन दिन उन लाखों लोगों के लिए बहुत महत्व रखता है, जो वाल्मिकी की शिक्षाओं व कहानियों का पालन अपने जीवन में करते हैं.

महाकाव्य रामायण के रचनाकार

पुराणों के अनुसार महर्षि वाल्मीकि ने कठिन तपस्या की थी. उन्होंने ही महाकाव्य रामायण की रचना की थी. ग्रंथों की बात करें तो, इन्हें आदिकवि के रूप में जाना जाता है. वहीं रामायण संसार का सबसे पहला काव्य कहा जाता है.

ब्रह्मा ने दी रामायण लिखने का आदेश

आपको बता दें कि, एक पुरानी घचना है जब क्रोंच पक्षी की हत्या करने वाले एक शिकारी को महर्षि वाल्मीकि ने शाप दिया था. उस समय अचानक इनके मुख से श्लोक की रचना हो गई थी. जिसके बाद उनके आश्रम में ब्रह्मा जी प्रकट हुए और आज्ञा दी कि, मेरी प्रेरणा से ही ऐसी वाणी आपके मुख से निकली है. इसलिए आप श्लोक रूप में ही श्रीराम के संपूर्ण चरित्र का वर्णन करें. जिसके बाद महर्षि वाल्मीकि ने रामायण महाकाव्य की रचना कर डाली.