Punjab: पंजाब के जालंधर में आयोजित होने वाले सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट में पाकिस्तान की टीम की कोई भागीदारी नहीं होगी. दरअसल केंद्र सरकार ने दोनों टीमों को वीजा देने से साफ तौर पर मना कर दिया है. जिसके बाद से हॉकी प्रेमी अधिक परेशान दिख रहे हैं. हालांकि हॉकी प्रमोटर सवाल उठा रहा हैं कि, क्रिकेट टीम को वीजा प्राप्त हो जाता है, किन्तु हॉकी टीम को मिलने में दिक्कत है. वहीं चेन्नई में हॉकी चैंपियनशिप में पाकिस्तान टीम ने भाग लिया था. बता दें कि पंजाब को हॉकी खिलाड़ियों की नर्सरी कहा जाता है. इतना ही नहीं यहां के खिलाड़ियों के दम पर भारत ने एशिया कप हासिल किया था.
वहीं इससे पूर्व कई बार पाकिस्तान टीम टूर्नामेंट में भाग ले चुकी है. इस बार भी आयोजकों को पूरी उम्मीद थी कि, टीमों के वीजा को मंत्रालय से हरी झंडी प्राप्त हो सकती है. जबकि साल 2011, 2012, 2013, 2014 में पाकिस्तान की पुरुष और महिला टीमें हिस्सेदारी कर चुकी हैं. वहीं सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट आने वाले 25 अक्टूबर से 3 नवंबर तक खेला जाएगा. जिसमें पाकिस्तान की 2 टीमों के अतिरिक्त 18 टीमें भाग लेने वाली थीं.
मिली जानकारी के मुताबिक इस आयोजन में हिस्सा लेने टीमें जैसे, आरसीएफ कपूरथला, पंजाब एंड सिंध बैंक, पीएनबी दिल्ली, इंडियन ऑयल, रेलवे,सीएजी दिल्ली, भारतीय वायु सेना, सीआरपीएफ दिल्ली, एफसीआई दिल्ली, , भारतीय नौसेना मुंबई, आईटीबीपी जालंधर, आर्मी इलेवन,सीआईएसएफ दिल्ली, ईएमई जालंधर, पंजाब पुलिस, ओएनजीसी दिल्ली, मुंबई, एयर इंडिया, बीएसएफ जालंधर टीमें भाग लेने वाली है.
सुरजीत हॉकी सोसाइटी के सीईओ इकबाल सिंह संधू ने बताया कि, पाकिस्तान की 2 टीमों ने सुरजीत हॉकी में खेलने की इच्छा रखी थी, इसके साथ ही तैयारियां भी पूरी कर चुकी थीं. परन्तु टीमों के रुकने और ट्रांसपोर्ट की सुविधा हो नहीं हो पाई थी, वहीं 5 दिन पहले ही केंद्र ने दोनों टीमों को वीजा देने से मना कर दिया है.
इस पूरे मामले में सुरजीत हॉकी सोसाइटी के उपाध्यक्ष सुरिंदर सिंह भापा का कहना है कि, ऐसा कहा जा रहा था कि, भारत और पाक का मनमुटाव का असर खेल पर नहीं पड़ेगा एवं लोगों को अधिक बेहतर प्रदर्शन देखने को मिल सकते हैं. इसके साथ ही चेन्नई में एशियन ट्रॉफी हुई थी, जिसमें पाकिस्तान की हॉकी टीम ने भाग लिया था, किन्तु पंजाब में टूर्नामेंट के लिए वीजा नहीं दिया गया है.