MG India Deal: भारत में एमजी मोटर में दिवाली से पूर्व डील होने की संभावना

MG India Deal: जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल व वाहन कंपनी एमजी मोटर के मध्य डील फाइनल होने की संभावना बन रही है. वहीं दोनों पक्ष अपनी डील की शर्तों पर कई महीनों से चर्चा करने में लगे हैं. जबकि ये उम्मीद जताई जा रही है कि, दिवाली तक दोनों पक्ष एक दूसरे से […]

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MG India Deal: जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल व वाहन कंपनी एमजी मोटर के मध्य डील फाइनल होने की संभावना बन रही है. वहीं दोनों पक्ष अपनी डील की शर्तों पर कई महीनों से चर्चा करने में लगे हैं. जबकि ये उम्मीद जताई जा रही है कि, दिवाली तक दोनों पक्ष एक दूसरे से डील फाइनल कर लेंगे.

ब्रिटिश ब्रांड

बता दें कि ईटी में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल व शंघाई मुख्यालय वाली एसएआईसी मोटर कॉर्प ने डील की कुछ शर्तें रखी है. जबकि एमजी मोटर का दूसरा नाम मॉरिस गैरेजेज है. वहीं ये ऑटो इंडस्ट्री का आइकॉनिक ब्रिटिश ब्रांड है. दरअसल एमजी मोटर पर चीन की कंपनी एसएआईसी मोटर कॉर्प की हिस्सेदारी है.

डील की प्रक्रिया

सज्जन जिंदल संग एसएआईसी मोटर कॉर्प की डील पक्की होती है तो, एमजी मोटर के भारतीय बिजनेस में चीन का अधिकार नहीं रहेगा. वहीं जिंदल अपनी एक पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी की सहायता से डील को फाइनल करने की सोच रहे हैं. फिलहाल एमजी मोटर इंडिया की 32 से 35 % भागीदारी खरीदेंगे. जबकि इस डील में जिंदल के समक्ष ये विकल्प रहेगा कि, वे 49 % तक भागीदारी खरीद सकें. आईपीओ के उपरांत वह अपनी भागीदारी 51 % तक बढ़ा सकते हैं. तब एमजी मोटर इंडिया में चाइनीज कंपनी एसएआईसी मोटर कॉर्प का हिस्सा कम हो जाएगा.

भारत कब आई कंपनी

आपको बता दें कि एमजी मोटर भारत में नई है. कंपनी भारतीय मार्केट में साल 2019 में आई थी. वहीं एसएआईसी ने उसके बाद अभी तक भारत में एमजी मोटर के बिजनेस पर लगभग 5000 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है. जबकि एसएआईसी एक नई खेप में 5000 करोड़ रुपये लगाने की तैयारी में लगी थी, परन्तु भारत व चीन के सीमा विवाद ने निवेश को खटाई में भेज दिया था. इसके साथ ही भारतीय यात्री कार मार्केट में एमजी मोटर की भागीदारी 1.26 % है.