और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा.. पढ़ें फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की मशहूर नज़्म


2023/12/21 18:49:21 IST

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

    और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा ,राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

    दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है ,लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

    कर रहा था ग़म-ए-जहाँ का हिसाब ,आज तुम याद बे-हिसाब आए

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

    और क्या देखने को बाक़ी है ,आप से दिल लगा के देख लिया

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

    दोनों जहान तेरी मोहब्बत में हार के ,वो जा रहा है कोई शब-ए-ग़म गुज़ार के

View More Web Stories