Chhath Puja: पटना सहित पूरे बिहार में छठ की रौनक, खरीदारी करते दिखें लोग
Chhath Puja:
इस बार देश में छठ महापर्व की शुरुआत 17 नवंबर की नहाए खाए से होगी
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यह पर्व 20 नवंबर को छठ के पारण के साथ खत्म होगा.
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इस पर्व में नहाए-खाय, खरना, अस्ताचलगामी एवं उद्यगामी सूर्य को अर्ध्य देने का विधि विधान होता है.
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पर्व के लिए बहुत सारे सामान की खरीदारी करनी पड़ती है.
Chhath Puja:
छठवर्ती अपने आर्थिक सामर्थ्य के अनुसार खरीदारी कर भगवान सूर्य को अर्ध्य देते हैं.
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छठ के कई ऐसे सामान है जो अति महत्वपूर्ण है और गरीब हो या अमीर उसे लेना जरूरी है.
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इनमें सबसे पहला समान सूप है जो कि सभी लोगों को जरूरत होती है बगैर सूप के भगवान सूर्य को अर्ध्य नहीं दिया जा सकता है.
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पर्व में सूप के साथ-साथ दउरा का भी विशेष महत्व है. घाट तक सूप एवं अन्य प्रसाद को दउरा में ले जाया जाता है.
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छठ के अर्ध्य के समय कोसी भराई का विशेष महत्व माना जाता है. कोसी भराई के लिए मिट्टी के हाथी की आवश्यकता होती है.
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