क्या सच में अकबर ने कराया था रामायण का फारसी में अनुवाद?
वाल्मीकि रामायण
रामायण हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ माना जाता है. इसकी रचना महर्षि वाल्मीकि ने की थी
रामायण का अनुवाद
मूल रूप से संस्कृत में लिखी गई रामायण का बाद में कई भाषाओं में अनुवाद भी किया गया है
फारसी अनुवाद
लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुगल सम्राट अकबर ने फारसी भाषा में भी रामायण का अनुवाद करवाया था
मुल्ला अब्दुल कादिर बदायुनी
अकबर के आदेश पर पहली बार 1591 में मुल्ला अब्दुल कादिर बदायुनी ने फारसी भाषा में रामायण का अनुवाद किया था
4 साल
मुल्ला अब्दुल कादिर बदायुनी फारसी, अरबी और उर्दू भाषा के साथ संस्कृत के भी प्रकांड विद्वान थे, उन्हें अनुवाद करने में 4 साल का समय लगा
अकबर
अकबर भारतीय साहित्य और संस्कृति का प्रेमी था, इसलिए उसने भारतीय साहित्य को मुग़लों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए रामायण का फारसी में अनुवाद करवाया.
शाहजहां
अकबर के बाद भी शाहजहां के शासनकाल में फारसी में रामायण के दो अनुवाद मुल्ला शेख सादुल्लाह और गुलामदास द्वारा किए गए.
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