कच्चा पपीता यूरिक एसिड का रामबाण इलाज है, जानें कैसे करें सेवन?
यूरिक एसिड
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से बॉडी एक जॉइंट्स में दर्द इतना ज़्यादा बढ़ जाता है कि उठने बैठने में भी समस्या होने लगती है
कच्चा पपीता
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में कच्चा पपीता बेहद कारगर है.
वेस्ट पदार्थ
यूरिक एसिड एक वेस्ट पदार्थ है जो हम सबकी बॉडी में पाया जाता है
फिल्टर
यूरिक एसिड को किडनी फिल्टर करती है और बॉडी के बाहर निकाल देती है
किडनी
लेकिन जब बॉडी में इसकी मात्रा बढ़ने लगती है तब किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर नहीं कर पाती इस वजह से यूरिक एसिड आपकी बॉडी में जमने लगते हैं
पैरों में सूजन
यूरिक एसिड बढ़ने से पैरों में सूजन आ जाती है, जॉइंट्स में दर्द शुरू हो जाता है और शुगर हाई हो जाती है.
स्टोन
किडनी में स्टोन के साथ किडनी के फेल होने का खतरा बढ़ जाता है। इस बीमारी में घुटनों में दर्द इतना ज़्यादा बढ़ जाता है कि उठने बैठने में भी समस्या होने लगती है
एंटी-इंफ्लामेटरी
कच्चा पपीता यूरिक एसिड के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद हैं. कच्चे पपीते में विटामिन-सी, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी जैसे गुण मौजूद होते हैं.
फाइबर
पपीते में मौजूद फाइबर, यूरिक एसिड के मरीजों को जोड़ों में दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है. कच्चे पपीते में मौजूद ‘पपाइन’ ब्लड में यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने में मदद करता है.
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