जो गुज़ारी न जा सकी हम से...जौन एलिया के दिल को छूने वाले शेर
ग़म
सारी दुनिया के ग़म हमारे हैं...और सितम ये कि हम तुम्हारे हैं
इंतिहाई
याद उसे इंतिहाई करते हैं...सो हम उस की बुराई करते हैं
जहान
ये मुझे चैन क्यूँ नहीं पड़ता...एक ही शख़्स था जहान में क्या
ज़िंदगी
जो गुज़ारी न जा सकी हम से...हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है
इश्क़
क्या कहा इश्क़ जावेदानी है!..आख़िरी बार मिल रही हो क्या
शिकवा
दिल की तकलीफ़ कम नहीं करते...अब कोई शिकवा हम नहीं करते
बिछड़न
बहुत नज़दीक आती जा रही हो...बिछड़ने का इरादा कर लिया क्या
तलाश
पास रह कर जुदाई की तुझ से...दूर हो कर तुझे तलाश किया
View More Web Stories